भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में नाम आने के बाद मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा के दिल्ली स्थित घर के बाहर भारी सुरक्षा-व्यवस्था की गई है। कथित गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें उनके घर में नजरबंद करने का आदेश दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद उनके घर के बाहर भारी सुरक्षा-व्यवस्था की गई है।
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, नेहरू एंक्लेव स्थित नवलखा के घर के बाहर और सड़क पर बैरिकेड लगाए गए हैं तथा किसी भी बाहरी व्यक्ति को परिसर के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।
दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले की प्रतीक्षा के बीच उनके घर के बाहर कई मीडिया वैन तैनात हैं। मीडिया वैनों को देखकर राहगीर यह जानने को उत्सुक थे कि क्या हो रहा है?
सूत्रों ने बताया कि पुणे पुलिस के जवानों को सादे कपड़ों में उनके निवास के बाहर तैनात किया गया है, वहीं दिल्ली पुलिस उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में शामिल है।
दिल्ली पुलिस की एक महिला कांस्टेबल सहित छह पुलिसकर्मी उनके घर के अंदर मौजूद थे। दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को निर्देश दिया था कि जब तक वह मामले की सुनवाई नहीं कर लेता, उस समय तक नवलखा को दिल्ली से बाहर नहीं ले जाना चाहिए। नवलखा के खिलाफ विशिष्ट आरोप अस्पष्ट थे क्योंकि दस्तावेज़ मराठी में थे।