सिद्धार्थनगर में तैनात दरोगा विकास सिंह ने गोरखपुर के विवेकपुरम स्थित अपने मकान पर रविवार की शाम तकरीबन छह बजे सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पत्नी से विवाद के बाद उसने आत्मघाती फैसला लिया। देवरिया जिले के लार क्षेत्र स्थित राउतपार अमेठिया गांव निवासी कौशल कुमार सिंह का बेटा विकास दरोगा था। वह सिद्धार्थनगर के गोल्हौरा थाने में तैनात था। पिता कौशल कुमार सिंह की नौकरी के दौरान ही बीमारी से मौत के बाद विकास को उनकी जगह नौकरी मिली थी। दरोगा विकास की सीएम सुरक्षा में ड्यूटी लगी थी। रविवार की शाम ड्यूटी के बाद पत्नी और बच्चों के पास खोराबार क्षेत्र के बुद्ध विहार विवेकपुरम स्थित मकान पर पहुंचा था। किसी बात को लेकर उसका पत्नी शिप्रा सिंह से विवाद हो गया। घटना के वक्त विकास का छोटा भाई अविनाश और मां विमला देवी छत पर थीं। कहासुनी के दौरान ही विकास ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से सीने में गोली मार ली।
गोली की आवाज सुनकर भाई और मां दौड़कर नीचे पहुंचे। उधर, विवाद के बाद पत्नी शिप्रा ने अपने मायके फोन कर भाई को सूचना दे दी थी। इस बीच नंदानगर निवासी उसका भाई भी पहुंच गया। वह तत्काल घायल विकास को उसकी कार से जिला अस्पताल के लिए निकल गया। विकास के साथ उसकी मां, पत्नी तथा दोनों बच्चे भी कार में बैठ गए। रास्ते में मोहद्दीपुर के पास साले ने विकास की मां को उतार दिया। उसने कहा कि डॉक्टर को दिखाकर हमलोग अभी लौट रहें हैं। तब तक आप यहीं रुकिए। जिला अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने विकास को मृत घोषित कर दिया।
उधर, मोहद्दीपर से दरोगा की मां ने अपने छोटे बेटे अविनाश को फोन किया। अविनाश मोहद्दीपुर गया जहां से मां को साथ लेकर जिला अस्पताल पहुंच गया। वहां भाई के मृत होने की जानकारी मिली तो उसने पुलिस को सूचना दी। दरोगा के आत्महत्या की खबर के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। सिद्धार्थनगर के एसपी को सूचना दी गई। सिद्धार्थनगर के पुलिस अफसर भी गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।