अवैध खनन में दो थानेदार और आठ सिपाही निलंबित, 81 लाइन हाजिर

अवैध खनन कर माफिया बालू स्टॉक कर रहे थे। मालसलामी और दीदारगंज पुलिस इनका साथ दे रही थी। इससे जुड़ा विडियो वायरल होने के बाद जब आला अफसरों ने जांच करायी तो बात सच निकली। इसके बाद एसएसपी ने दोनों थानों की पूरे पुलिस बल पर कार्रवाई की है। दीदारगंज थानेदार लक्षमण प्रसाद, मालसलामी के थानेदार प्रेमराज चौहान, दो दारोगा और आठ सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं दोनों थानों में तैनात 81 पुलिसवालों को लाइन हाजिर किया गया है।
इधर, देर रात दोनों थाने में पुलिसवालों की पोस्टिंग भी कर दी गई। एसएसपी मनु महाराज ने देर रात मालसलामी और दीदारगंज थाने में मुंशी से लेकर थानेदार की तैनाती कर दी। दिनेश कुमार को मालसलामी का नया थानेदार बनाया गया है। जबकि विपिन लाल को दीदारगंज थाने की कमान सौंपी गयी है। पोस्टिंग से पहले एसएसपी काफी देर तक पुलिस लाइन में बैठे रहे। एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इन सभी पुलिसवालों पर बालू माफियाओं का साथ देने के सबूत हैं। दोषी पुलिसकर्मियों को दोबारा थानों की कमान नहीं दी जाएगी। जिन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है उनकी पोस्टिंग भी थानों में नहीं होगी। एसएसपी ने बताया कि बालू के अवैध खनन और बिक्री में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 32 गाड़ियां, जेसीबी, ट्रैक्टर और ट्रक को जब्त किया गया है।

इतने पुलिसवालों पर हुई कार्रवाई 
दीदारगंज थाना 
थानेदार, चार दारोगा, पांच एएसआई, 19 जिला पुलिस बल के जवान, 15 होमगार्ड और दो क्विक मोबाइल के जवान
मालसलामी थाना 
थानेदार, पांच सब इंस्पेक्टर, चार एएसआई, 14 जिला पुलिस के जवान, 20 होमगार्ड के जवान और तीन क्विक मोबाइल के जवान

आम लोग बेफिक्र होकर सूचना दें। अगर किसी पुलिसवाले की गलती साबित हुई तो उस पर कार्रवाई होगी। सूचना देने वाले को डरने की जरूरत नहीं है। कोई पुलिसवाला खबर देने की बात पर धमकी देता है तो इसकी सूचना भी दें।