हरियाणा खाने की बर्बादी रोकने काे जब मोदी ने बनाए पराठे, खट्टर ने कहा- लाजवाब

नई दिल्ली – पीएम मोदी को राजनीति से अलग किचन में भी महारत हासिल है। एक बार बचे हुए खाने की बर्बादी रोकने के लिए मोदी ने स्पेशल पराठे बनाए थे। इन पराठों की रेसिपी जानकार आप भी हैरान रह जाएंगे।

बात 1997 की है। मोदी हरियाणा भाजपा के प्रभारी थे। वे रोहतक कार्यालय में 11×12 के कमरे रहते थे। दीपक नाम का रसोइया उन्हें खाना बनाकर खिलाता था। एक दिन मोदी ने दीपक से कहा खाने में क्या है? दीपक बोला- सर रोटियां बनाई हैं और फ्रिज में बासी खिचड़ी रखी है।

मोदी ने कहा, खिचड़ी का क्या करोगे। दीपक ने कहा कि खिचड़ी गाय को खिला देंगे या फेंक देंगे। लेकिन पीएम मोदी ने खिचड़ी को फेंकने नहीं दिया और टमाटर, प्याज और धनिया काटकर उसमें मिलाया। फिर मोदी ने इसे आटे में मिक्स करके गूंथा। इसके बाद किचन में खुद पराठे बनाए। मौके पर मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे। खट्टर उस वक्त भाजपा के संगठन मंत्री हुआ करते थे।

मोदी के बनाए पराठे देख खट्टर भी खुद को रोक न सके। फिर तीनों ने एक साथ बैठकर लजीज पराठों का स्वाद चखा। खट्टर बोले-लाजवाब। दीपक ने यह भी बताया कि मोदी ज्यादातर खिचड़ी खाते थे। उन्हें लौकी और तोरई की सब्जी भी बहुत पसंद है। लौकी की सब्जी तो आए दिन खाया करते थे।

वक्त के पाबंद पीएम मोदी :

मोदी वक्त के बहुत पाबंद हैं। एक बार उन्होंने हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा को सिर्फ 15 मिनट लेट होने पर वापस लौटा दिया था। दरअसल, 1998 में रामविलास ने मोदी से मिलने के लिए समय मांगा। मोदी ने कहा कि आप शाम 5 बजे आ जाइए। शिक्षा मंत्री का काफिला सवा पांच बजे भाजपा के रोहतक कार्यालय पर पहुंचा। कार्यालय में मौजूद रसोइये दीपक ने मोदी से कहा कि रामविलास आप से मिलने आए हैं। मोदी ने पहले घड़ी की तरफ देखा फिर बोले- उनसे कह दो 5 बजे का समय दिया था 15 मिनट लेट क्यों आए।

मंत्री ने बताया कि रेलवे फाटक बंद था इसलिए आने में देर हो गई। मोदी ने कहा कि आपको पहले निकलना चाहिए था। इसके बाद रामविलास को दूसरे दिन शाम 5 बजे का समय दिया। अगले दिन रामविलास मोदी से मिलने दोपहर ढाई बजे पहुंच गए। मोदी फिर नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि आप जल्दी क्यों आ गए। इसके बाद मंत्री शाम 5 बजे तक इंतजार करते रहे। फिर मोदी से मिले और खूब हंसी-ठहाके लगे।

सफाई से समझौता नहीं करते :

मोदी को गंदगी बिल्कुल पसंद नहीं है। वे हमेशा साफ-सुथरे कपड़े पहनते थे। दीपक ने बताया कि कार्यालय में उनका छोटा सा कमरा था। वह हमेशा साफ-सुथरा रहता था। मोदी खुद सफाई में जुट जाते थे। कई दफा किचन में फैली गंदगी देख नाराज हो जाते थे। एक बार रोहतक बस अड्डे के पास मोदी को कार्यक्रम में जाना था। एंबेसडर कार में मोदी के साथ मैं भी जा रहा था। मेरे कपड़े काफी पुराने और गंदे थे। उन्होंने मार्केट में गाड़ी रुकवाई और नाश्ता किया। इसके बाद ड्राइवर को पैसे दिए और कहा, जाओ दीपक के लिए कपड़े लेकर आओ। इसके बाद दीपक ने कपड़े बदले फिर एंबेसडर से कार्यक्रम स्थल पहुंचे।

जब मोदी ने फोन करके रसोइए को बुलाया :

मोदी दो बार दीपक को फोन करके हालचाल पूछ चुके हैं। दीपक बताते हैं कि जब मोदी गुजरात के सीएम बने तो उन्होंने एक बार फोन किया था। पीएम बने तो फोन करके मुझे मिलने के लिए बुलाया था। 2018 में सांपला में मोदी की रैली थी। मुझे सीएम खट्टर का फोन आया कि मोदी ने तुम्हे मिलने के लिए बुलाया है। मैं वहां पहुंचा तो मोदी ने गले लगा लिया।