स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयार की जाएगी दवाओं की लिस्ट बिना स्क्रीनिग सार्वजनिक परिसर में अब प्रवेश नहीं

लखनऊ, 06 जनवरी

कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के परीक्षण के लिए प्रदेश में सिक्वेंसिग की सुविधा का लगातार विस्तार
किया जा रहा है। वैरिएंट की सटीक पहचान के लिए प्रदेश के कई संस्थनों में जीनोम सिक्वेंसिग कराई जा रही है।

बढ़ते मामलों को सीएम अधिकारियों को जीनोम सि क्वेंसिग के साधनों में बढ़ोतरी करने के
आदेश दिए हैं।
उनहोंने कहा कि गोरखपुर, झांसी, गाजियाबाद के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों और एसजीपीजीआई
लखनऊ मे भी इसकी सुविधा तत्काल उपलब्ध कराई जाए। बता दें कि प्रदेश सरकार ने पहलेही प्रदेश में जीनोम
सि क्वेंसिग के दायरे को बढ़ाते हुए बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई, आईजीआईबी, राममनोहर लोहिया
मेंजीनोम परीक्षण की व्यवस्था है।
कोविड केस की बढ़ोतरी को देखतेहुए राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है। सभी जिलों में स्वस्थ्य
विभाग की ओर से,
जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इस सप्तह
से ही घर-घर मेडिकल किट का वितरण किया
जाएगा। प्रदेश के सभी शासकीय, अर्धशासकीय, निजी, ट्रस्ट आदि संस्थाओं, कंपनियों, शैक्षणिक संस्थानों,
कार्यालयों, औद्योगिक इकाइयों में तत्काल प्रभाव से कोविड हेल्प डेस्क क्रियाशील होंगे। बिना स्क्रीनिग व
सैनिटाइजेशन के किसी को परिसर में अब प्रवेश नहीं होगा।
60 साल से ऊपर की आयु को-मॉर्बी डिटी वाले नागरिकों को भी लगेगी बूस्ट डोज

आगामी विधानसभा चुनावों में पुलिस बल की महती भूमि का को देखते हुए कोविड से बचाव के लिए सभी इंतज़ाम
करने के निर्देश सीएम ने दिए हैं। प्रदेश में10 जनवरी से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स के
साथ ही 60 वर्ष सेऊपर की आयुके को-मॉर्बी डि टी वालेनागरि कों को प्री-कॉशन डोज दी जाएगी। सीएम ने पुलिस
बल के हर सदस्य को प्री-कॉशन डोज देने के आदेश दिए हैं। प्रदेश मेंलगभग 10 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स व 10 लाख
हेल्थ केयर वर्कर्स को येबूस्टर डोज दी जाएगी।