सीमा पर लड़ रहे जवानों की कांग्रेस को परवाह नहीं है, कर्ज माफी का झूठा वादा किया: मोदी

प्रधानमंत्री- नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दावा किया कि कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है इसलिए नामदार (राहुल गांधी) सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के हथौद गांव में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र को ”ढकोसला” पत्र बताया और कहा कि सीमा पर लड़ रहे जवानों की कांग्रेस को परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने ढकोसला पत्र (घोषणा पत्र) में, सीमा पर लड़ रहे, नक्सलियों से मुकाबला कर रहे जवानों को जो विशेष कवच मिला हुआ है जिसके कारण वह निश्चिंत होकर देश की सेवा कर रहे हैं, कांग्रेस ने उसे हटाने का फैसला सुनाया है। वह सेना के जवानों को निहत्था बना रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देश में देशद्रोहियों की मदद होनी चाहिए या राष्ट्र की रक्षा करने वालों की मदद होनी चाहिए। कांग्रेस की इसी सोच के कारण देश में गुस्सा है। इस गुस्से के कारण कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि नामदार के अपनी सीट, जिसे उन्होंने वसीयत का हिस्सा मान लिया था, से भी पलायन करने की नौबत आ गई है। अभी चुनाव का रंग जम रहा है और उससे पहले ही वह मैदान छोड़कर भाग रहे हैं। कांग्रेस के नामदार को देश की सबसे सुरक्षित सीट तलाश करने की नौबत आ गई। यह स्थिति इसलिए आई है क्योंकि कांग्रेस की नियत में खोट है।

मोदी ने कहा कि दलालों और बिचौलियों का एक पूरा संसार उन्होंने विकसित किया हुआ है। नियत में खोट है इसलिए हेलीकॉप्टर की खरीदी में भी दलाली खाने से बाज नहीं आए। नियत में खोट है इसलिए कांग्रेस का नामदार परिवार आज जमानत पर बाहर है। उनकी नियत में खोट है इसलिए कर्ज माफी का झूठा वादा किया गया। कांग्रेस की नियत किसान और गरीब का भला करने की नहीं बल्कि गरीब के नाम की योजनाओं से अपनी तिजोरी भरना है। यही एकमात्र उनका एजेंडा है।

प्रधानमंत्री ने सभा में स्थानीय देवी देवताओं को प्रणाम किया और कहा कि वह नए भारत के निर्माण के लिए आशीर्वाद लेने आए हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने बीते पांच वर्षों में उन्हें मजबूती और शक्ति दी जिससे जो पांच वर्ष पहले नामुमकिन माना जाता था वह मुमकिन हो पाया है।

मोदी ने कहा कि देश में चुनाव से पहले की तस्वीर स्पष्ट है। यह तस्वीर नियत और नीति की है। कांग्रेस अपने दल को जिताने के लिए चुनाव लड़ रही है हम देश को जिताने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस और उनके साथी जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, हम एक एक पाई का सही इस्तेमाल करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस और उनके साथी चुनाव लड़ रहे हैं आतंकवादियों और अलगाववादियों को खुली छूट देने के लिए, हम चुनाव लड़ रहे हैं आतंकवादियों और अलगाववादियों को उनके पापों की सजा देने के लिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उनके साथी देश की सेना को कमजोर करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, हम देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी मजबूर सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। हम मजबूत सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।

उन्होंने जनता से कहा कि पिछले पांच वर्षों में मजबूत सरकार का मतलब क्या होता है सभी ने देखा है। जब सरकार मजबूत होती है तब आतंकी हमलों के बाद देश चुप नहीं बैठता है। घर में घुसकर के मारता है। जब भारत ने आतंक के सरपरस्तों को सजा दी तब जनता को गर्व हुआ। जब मजबूत सरकार होती है तब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक भी होती है। जब मजबूत सरकार होती है तब दुनिया भी हमारी बात सुनती है और जब मजबूर सरकार होती है तब दुनिया भी रौब झाड़ती है हमारे ऊपर। जब मजबूत सरकार होती है तब देश हित में बड़े फैसले लिए जाते हैं और मजबूर सरकार होती है तब कुछ लोगों के स्वार्थ के लिए फैसले होते हैं।

मोदी ने जनता से पूछा कि आप बताएं कि आप को मजबूर सरकार चाहिए कि मजबूत सरकार चाहिए। आपको चौकीदार की सरकार चाहिए या भ्रष्टाचारियों की बारात चाहिए। इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की छत्तीसगढ़ में यह पहली सभा थी। राज्य की 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान होगा। पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट के लिए, दूसरे चरण में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा सीट के लिए तथा तीसरे चरण में रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर चांपा, दुर्ग और सरगुजा लोकसभा सीट के लिए मतदान होगा। लोकसभा निर्वाचन के दौरान तीन चरणों में राज्य के एक करोड़ 89 लाख 16 हजार 285 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए 15 हजार 365 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।