
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश की वजह से हाल बेहाल है। जगह-जगह जलभराव की स्थिति है। पेड़, दीवार गिरने और करंट उतरने की वजह से कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई।
राजधानी लखनऊ में विधानसभा के सामने भी सड़क पर पानी लगा दिख रहा है। बाराबंकी के ढेमा गांव में लगातार बारिश के चलते बुधवार की एक कच्ची दीवार गिर गई। इसके मलबे के नीचे से आज सुबह पिता-पुत्र का शव मिला। सीतापुर के नवाबपुर गांव में भी पक्की दीवार ढहने से एक बच्चे की मौत और तीन लोगों के घायल होने की सूचना है। अमेठी के लुगरी में भी कच्ची दीवार गिरने से उनके मलबे में दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। रायबरेली के टिकरिया गांव में दीवार गिरने से एक महिला की जान चली गई। रायबरेली-सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेड़ गिरने से घंटों जाम लगा रहा।
भारी बारिश के चलते रायबरेली और अयोध्या में कक्षा एक से आठ तक के स्कूल आज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
अमेठी में एसपी का दफ्तर डूबा, सैकड़ों गांव का संपर्क कटा
पिछले 36 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने अमेठी में भी जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश के चलते जिले के एसपी पुलिस अधीक्षक का कार्यालय डूब गया है। वही सैकड़ों गांवों का मुख्य मार्गों से संपर्क कर चुका है। कई मकान जमींदोज हो गए हैं।
दुर्घटनाग्रस्त होने से बची साबरमती एक्सप्रेस
बुधवार रात से लगातार हो रही बारिश और तेज हवाओं के कारण दरियाबाद रुदौली स्टेशन के बीच दो स्थानों पर चार पेड़ रेलवे ट्रैक पर गिर गए। इसके चलते रेलवे ट्रैक पर यातायात ठप हो गया। इस दौरान साबरमती, सद्भावना सहित पांच एक्सप्रेस ट्रेनें 3 से 4 घंटे प्रभावित रहीं। काफी मशक्कत के बाद गिरे पेड़ों को ट्रैक से हटाया जा सका।
पानी निकालने के लिए लेनी पड़ी फायर ब्रिगेड की मदद
पानी निकालने के लिए फायर ब्रिगेड की मदद लेनी पड़ी। बरसात के चलते सीएमओ दफ्तर भी जलमग्न हो गया। अस्पताल जाने वाला मुख्य मार्ग व अस्पताल परिसर पानी से लबालब है। असैदापुर स्थित विद्युत उप केंद्र बीएसएनएल का दूरभाष केंद्र सहित कई प्रमुख सरकारी दफ्तर जलभराव की चपेट में हैं। जिलाधिकारी आवास के चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।