लालू के ‘कन्हैया’ तेजप्रताप यादव पटना छोड़ फिर से गए वृंदावन, हुए भक्ति में लीन

पटना। पत्नी एेश्वर्या राय से तलाक के मामले को लेकर नाराज चल रहे राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव एक बार फिर पटना छोड़कर गायब हो गए हैं। पता चला है कि तेजप्रताप यादव फिर वृंदावन पहुंच गए हैं।

शायद तेजप्रताप यादव बहुत उम्मीद लेकर पटना लौटे थे, लेकिन यहां उन्हें न तो परिवार का सपोर्ट मिला और न ही बिहार सरकार द्वारा अलग से कोई सरकारी बंगला ही आवंटित किया गया। तेजप्रताप ने एक दैनिक अखबार से बातचीत में इसकी पुष्टि की कि वे फिर से पटना से वृंदावन आ गए हैं।

बता दें कि तेजप्रताप ने दो नवंबर को पटना स्थित परिवार न्यायालय में पत्नी ऐश्वर्या से तलाक को लेकर आवेदन दाखिल किया था। इस मामले की सुनवाई कोर्ट में 29 नवंबर को हुई। तेजप्रताप तलाक का आवेदन देने के बाद से ही घर से दूर रह रहे हैं। वे तलाक मामले की सुनवाई के दौरान पटना पहुंचे थे। इस दौरान वह एक होटल में ठहरे थे।

उन्होंने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी आखिरी दिन अपनी उपस्थिति दर्ज करायी थी। हालांकि वे इस दौरान भी दस सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पर नहीं गए। इसका मुख्य कारण उनका तलाक की जिद पर अड़े रहना और परिवार द्वारा ऐश्वर्या के समर्थन में खड़े रहना है। ऐश्वर्या इन दिनों अपनी ससुराल में ही हैं, इसलिए भी तेजप्रताप घर वापस नहीं जा रहे हैं।

ये भी बताया जा रहा है कि घर से दूर रह रहे तेजप्रताप अब पटना तभी वापस लौटेंगे जब उन्हें नया बंगला एलॉट किया जाएगा। तेजप्रताप ने राज्य सरकार से अपने लिए बंगला आवंटित करने की मांग की है। नए बंगले के आवंटन का इंतजार करते-करते तेजप्रताप पुन: वृंदावन धाम पहुंच गए हैं।

गौरतलब है कि तेजप्रताप को पहले देशरत्न मार्ग स्थित तीन नंबर बंगला आवंटित था। लेकिन मंत्री पद जाने के बाद दारोगा राय पथ स्थित दो फ्लैट उनके नाम से आवंटित किए गए, लेकिन वह उन्हें पसंद नहीं आए। हालांकि उन्हें बंगला मिलेगा या नहीं इसपर अभी संशय है।

कहा जा रहा है कि तेजप्रताप इसी वजह से घर नहीं जा रहे हैं। वो अब राबड़ी आवास नहीं जाना चाहते हैं और उन्होंने सरकार से एक अलग बंगले की मांग की है। इसके लिए उन्होंने राज्य के भवन मिर्माण मंत्री को पत्र भी लिखा है और आवास की मांग की है।

तेजप्रताप के करीबियों का कहना है कि उन्हें नए बंगले के आवंटन का इंतजार है और वो तभी लौटेंगे जब उन्हें नया बंगला मिल जाएगा। गौरतलब है कि उन्होंने भवन निर्माण मंत्री को पत्र लिखकर पटना के टेलर रोड स्थित दो नंबर बंगले की मांग की है।

बता दें कि तेजप्रताप को पहले देश रत्न मार्ग का तीन नम्बर बंगला आवंटित था। लेकिन, मंत्री पद जाने के बाद दारोगा राय पथ में दो फ्लैट उनके नाम से आवंटित किया गया है। बताया जा रहा है कि ये घर उन्हें पसंद नहीं है।इसी कारण उन्होंने प्रदेश के भवन निर्माण मंत्री को नए बंगले के लिए पत्र भी लिखा है।

हालांकि उन्हें ये बंगला मिलेगा या नहीं इसपर अभी संशय बरकरार है। मंत्री का कहना है कि उनका विभाग केवल सेंट्रल पूल के बंगले को ही आवंटित करता है। विधायकों या विधान पार्षदों को विधानसभा या विधान परिषद सचिवालय के माध्यम से ही बंगले मिलते हैं।