लखनऊ से होगी यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा की निगरानी,और वाईफाई युक्त केंद्रों को तरजीह

उत्तर प्रदेश संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा-2021 के लिए इस साल कोविड महामारी को देखते हुए सेंटरों पर कम भीड़ और ज्यादा निगरानी की व्यवस्था है। इस बार उन्हीं सेंटरों पर परीक्षा कराई जा रही है जो सीसीटीवी कैमरे और वाईफाई की सुविधा से लैस हैं। बीएचयू और काशी विद्यापीठ के रूप में नोडल सेंटरों के अलावा लखनऊ में बने कंट्रोल रूम से परीक्षा की सीधे निगरानी की जाएगी।

छह अगस्त को परीक्षा दो पालियों में सुबह नौ से 12 और दोपहर दो से शाम पांच बजे तक होगी। परिणामों की घोषणा के बाद ऑनलाइन काउंसिलिंग और फिर 31 अगस्त से सत्र की शुरुआत का लक्ष्य है। परीक्षा की प्रदेश समन्वयक लखनऊ विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो. अमिता वाजपेयी हैं। प्रदेश के 14 विश्वविद्यालयों को नोडल सेंटर और वहां के कुलसचिव नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। प्रदेश में लगभग 5.91 लाख अभ्यर्थी बीएड प्रवेश परीक्षा में बैठेंगे। वाराणसी में यह संख्या 46 हजार है। यहां लगभग सौ सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 56 सेंटरों की जिम्मेदारी काशी विद्यापीठ की है, शेष सेंटर बीएचयू के पास हैं।

सभी सेंटरों को वीपीएन इनेबल सीसीटीवी कैमरा नेटवर्क से जोड़ा गया है ताकि लखनऊ में बने कंट्रोल रूम से परीक्षा की सीधे निगरानी की जा सके। सभी सेंटरों पर थर्मल स्कैनर के साथ पल्स ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर और मास्क का प्रबंध भी किया गया है। एक सेंटर पर 500 या इससे कम परीक्षार्थी ही रखे गए हैं। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए सभी सेंटरों पर पर्यवेक्षकों की तैनाती के अलावा उड़ाका दल भी गठित किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन भी पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगा।