लखनऊ-दिल्ली हाईवे निर्माण की गति उम्मीद के अनुसार नहीं है। जल्द रद्द हो सकता है टेंडर

लखनऊ-दिल्ली हाईवे (एनएच-30) की धीमी प्रगति पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सख्त रुख अपनाया है। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने कहा कि हाईवे के निर्माण की प्रगति आशा के अनुरूप नहीं है।

अगर ठेकेदार ने तत्काल काम में तेजी नहीं दिखाई तो टेंडर रद्द किया जा सकता है। सप्ताह भर के अंदर इस पर निर्णय लेकर काम किसी सरकारी एजेंसी को सौंपा जा सकता है।

सीतापुर से बरेली के बीच हाईवे का 157 किमी हिस्सा काफी खराब है। अमर उजाला इसे लगातार प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है। मार्च 2021 तक इस सड़क का निर्माण पूरा करना था, लेकिन अभी तक काम की प्रगति मात्र 40 प्रतिशत है।

कोविड के कारण दिसंबर तक मिले अतिरिक्त समय के हिसाब से भी देखें तो अभी तक 70 फीसदी से ज्यादा प्रगति होनी चाहिए।