रूबेला टीका लगने के बाद एक साथ तीन स्कूलों के बच्चों की तबीयत बिगड़ी, मचा हड़कंप

फिरोजाबाद जिले में रूबेला का टीका लगाने के बाद शुक्रवार को तीन स्कूलों के 15 छात्र-छात्राओं की तबीयत खराब हो गई। स्कूल प्रबंधन ने उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। कुछ बच्चों की तत्काल छुट्टी कर दी गई। जानकारी होने पर सीडीओ नेहा जैन जिला अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने परिजनों से कहा कि टीका लगने से कोई दिक्कत नहीं होगी। खाना नहीं खाने के कारण कुछ बच्चों को परेशानी हो जाती है।

रूबेला टीका विभवनगर स्थित पंडित मुंशी महाराज इंटर कॉलेज में छात्र व छात्राओं को लगाया गया। टीका लगाने के बाद कक्षा आठ की छात्रा टापाकलां निवासी लक्ष्मी देवी (13), मुस्कान शंखवार (12) की हालत बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल ला गया।
थाना रामगढ़ के बरकातिया पब्लिक स्कूल में रूबेला टीका लगाने से कश्मकीरी गेट निवासी मुस्कान (14), लायबा (13),  नेहा(13) की तबीयत खराब हो गई। कॉलेज प्रबंधन बच्चों को जिला अस्पताल लाए। उन्होंने कहा कि करीब 350 बच्चों में 175 को टीका लगाया गया। इसी दौरान तीन बच्चों की हालत खराब होने पर टीकाकरण रोक दिया।

इस स्कूल में भी बिगड़ी बच्चों की तबीयत

सीडीओ नेहा जैन ने जाना बीमार बच्चों का हाल

सीडीओ नेहा जैन ने जाना बीमार बच्चों का हाल – फोटो : अमर उजाला
पुराने थाना रामगढ़ के पास स्थित सिद्दीकी अकबर जूनियर स्कूल में भी टीकाकरण के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। यहां से शानिया (9), निशा परवीन (12), मक्का कालोनी करीमगंज निवासी हुमैरा, तैय्यब (13), तौहीद (12), मदीना कालोनी निवासी मोहम्मद कैफ (14), राहिला (12), मोहम्मद आरिश (12), हबीबगंज निवासी जीनत (8), आमरीन (8) को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरए शर्मा, डॉ. एलके गुप्ता ने उपचार दिया। सीडीओ नेहा जैन ने विद्यालयों में चल रहे रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत जेके पब्लिक स्कूल, सेंट पीटर्स पब्लिक स्कूल नई बस्ती, सिद्दीकी ए अकबर स्कूल रामगढ़ का निरीक्षण किया।

एक साथ बच्चों के आने से मचा हड़कंप  
प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक कुमार ने बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरए शर्मा, डॉ. एलके गुप्ता को तलब करने के साथ ही दूसरे वार्डों से स्टाफ को बुला लिया। ताकि तत्काल छात्र व छात्राओं को उपचार मिल सके। इसके कारण ओपीडी में ही बच्चों का उपचार कराने आए लोगों को बैरंग लौटना पड़ा।
सीडीओ नेहा जैन ने कहा कि रूबेला टीका पूरी तरह सुरक्षित है। बच्चों के बीमार होने का मुख्य कारण सर्दी लगने, बिना कुछ खाए टीका लगवाना रहा है। अभिभावकों से टीका लगवाने का आह्वान किया। साफ कहा कि इसका कोई साइड इफैक्ट नहीं है।