भाई वीरेन्द्र और संजय सरावगी के बीच जमकर नोंकझोंक, अपशब्दों का इस्तेमाल, बिहार विधानसभा परिसर में टूटी भाषा की मर्यादा?

सदन में जाने से पहले ही विधानसभा परिसर में राजद विधायक भाई वीरेन्‍द्र और भाजपा विधायक संजय सरावगी के बीच गाली-गलौच की नौबत आ गई। मीडियाकर्मियों ने बीच-बचाव करके दोनों को किसी तरह शांत कराया।

शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा के मुख्‍य द्वार पर प्रदर्शन किया। कांग्रेसी विधायकों ने विकास के मानकों पर नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार को पीछे रखे जाने पर सरकार की आलोचना करते हुए जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसी विधायक हाथों में तख्‍त‍ियां और बैनर लेकर पहुंचे थे। इसी दौरान राजद विधायक भाई वीरेन्‍द्र और भाजपा विधायक संजय सरावगी कुछ चैनलों के रिपोर्टरों से बात कर रहे थे। दोनों एक-दूसरे से कुछ दूरी पर ही खड़े थे। तभी किसी बात को लेकर दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं होने लगी। देखते ही देखते दोनों के बीच गाली-गलौच की नौबत आ गई।

क्‍या बोले दोनों नेता

विधानसभा परिसर में एक-दूसरे से हुई नोंकझोंक पर बाद में दोनों नेताओं ने सफाई भी दी और एक-दूसरे पर आरोप भी लगाए। राजद विधायक भाई वीरेन्‍द्र ने कहा कि यह उनका स्‍वभाव नहीं है। अपने से जूनियर विधायकों को भी वे ‘माननीय’ कहकर ही सम्‍बोधित करते हैं। भाजपा विधायक ने जिस भाषा में बात की उसी भाषा में उन्‍हें जवाब दिया गया। उधर, भाजपा विधायक संजय सरावगी ने कहा- ‘ ये लोग बालू माफिया हैं। 15 वर्षों तक इन लोगों ने बिहार को लूटा है। उनका संस्‍कार ही ऐसा है लेकिन हम दबाव में आने वाले नहीं हैं।’