
बाल संप्रेक्षण गृह से पांच बाल बंदी लोहे का चैनल का ताला खोलकर फरार हो गए। इसका पता चलने पर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, नगर कोतवाली में तीनों पुलिसकर्मियों समेत बाल संप्रेक्षण गृह अधीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
सदर तहसील रोड पर बाल संप्रेक्षण गृह बना हुआ है। बाल संप्रेक्षण गृह में कई बाल बंदी बंद हैं। सोमवार सुबह करीब साढ़े चार बजे बाल संप्रेक्षण गृह के पांच बाल बंदियों ने दीवार पर टंगी चाबी उतारी और धीरे से चैनल का ताला खोल लिया। लोहे का चैनल हटाकर पांचों बाल बंदी फरार हो गए। फरार हुए बाल बंदियों में दो डिबाई, एक शिकारपुर, एक अहमदगढ़ और एक हापुड़ क्षेत्र का रहने वाला है। चारों बाल बंदी मुख्य द्वार से होते हुए सड़क पर पहुंचकर फरार हो गए। बाल संप्रेक्षण गृह से पांच बाल बंदियों के फरार होने के मामले की सोमवार दोपहर तक पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी नहीं दी गई। पुलिसकर्मी चुपचाप फरार हुए बाल बंदियों की तलाश में जुटे रहे। दोपहर के बाद बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक एवं जिला प्रोवेशन के सहायक अधीक्षक ने एसएसपी और नगर पुलिस को घटना की जानकारी दी।
डीएम-एसएसपी ने किया निरीक्षण, सिपाही निलंबित
इसके बाद डीएम रविन्द्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर हुई। एसएसपी द्वारा ड्यूटी पर तैनात तीन सिपाहियों सुभाष धामा, राहुल बंसल और सचिन कुमार को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही चारों सिपाहियों और बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए नगर कोतवाल अखिलेश त्रिपाठी को निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही तीन होमगार्ड चित्र कुमार, दिनेश कुमार तथा नागेंद्र सिंह के खिलाफ कमांडेंट को पत्र लिखा गया है।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए उनके समेत बाल संप्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। फरार हुए बाल बंदियों की तलाश के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है।