बंद होंगी शहरों में अवैध रूप से चल रही पार्किंग, सीएम योगी का सख्त रुख

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख के बाद शहरों में अवैध रूप से चल रही पार्किंग बंद कराई जाएगी। इसके साथ ही सड़कों के किनारे चल रही ऐसी पार्किंग जहां शेड, पेयजल या शौचालय आदि की सुविधा नहीं है, उन ठेकों भी निरस्त किया जाएगा। निकाय यह काम 24 घंटे में करेंगे। अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा. रजनीश दुबे ने इस संबंध में गुरुवार को शासनादेश जारी कर दिया है।

राजधानी लखनऊ सहित लगभग हर शहर और कस्बे में अवैध पार्किंग का खेल चल रहा है, जिसमें नगर निगम और स्थानीय निकाय के अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत जगजाहिर है। जिम्मेदार अधिकारियों को भी सबकुछ मालूम है, लेकिन कमीशनखोरी की जड़ें इतनी गहरी हैं कि पार्किंग के नाम पर उगाही ठेकेदारी कभी खत्म नहीं हो सकी। सरकारी सिस्टम और माफिया के इस मजबूत गठजोड़ पर प्रहार करते हुए ‘दैनिक जागरण’  ने समाचारीय अभियान चलाया, जिस पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान ले लिया। अपने सरकारी आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने कहा कि विभिन्न नगरीय व कस्बाई क्षेत्रों में अवैध रूप से पार्किंग स्टैंड चलने की सूचनाएं मिल रही हैं। यह स्थिति उचित नहीं है। हर हाल में इन गतिविधियों पर रोक लगाई जाए। कहीं भी बिना वैध लाइसेंसधारक के किसी अन्य द्वारा पार्किंग स्टैंड के नाम पर वसूली न हो। ऐसे मामलों में अधिशासी अधिकारी या अपर मुख्य अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।

शासनादेश में कहा गया है कि अवैध रूप से संचालित पार्किंग स्थलों को बंद कराने और जरूरी मूलभूत सुविधाओं के बिना सड़क के किनारे पार्किंग संचालित न होने संबंधी प्रमाण पत्र नगर आयुक्तों व अधिशासी अधिकारियों द्वारा शासन और स्थानीय निकाय निदेशक को देना होगा। इसके बाद अवैध पार्किंग या सड़क की पटरी के किनारे पार्किंग चलने की सूचना मिलने पर संबंधित नगर आयुक्त व अधिशासी अधिकारी व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे।