‘फकीरचंद लॉकर्स’ से 45 दिन में निकले 40 करोड़, रकम हवाला की है या नहीं, रहस्य कायम

नई दिल्ली। दिल्ली के चांदनी चौक में एक दुकान के नीचे मिले तकरीबन 300 लॉकरों में से रकम बरामद होने का सिलसिला 45 दिन से निरंतर जारी है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, आयकर विभाग ने बुधवार को फकीरचंद लॉकर्स से 5.5 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं। अब तक नकद जब्त की कुल राशि 41 करोड़ रुपये बताई जा रही है। वहीं, 170 लॉकर अभी तक खोले ही नहीं जा सके हैं। आयकर विभाग की यह रेड 31 अक्टूबर से शुरू हुई जो अब भी जारी है।

यहां पर बता दें कि आयकर विभाग ने 31 अक्टूबर को दिल्ली के चांदनी चौक बाजार की एक दुकान फकीरचंद लॉकर्स पर रेड की थी, जिसमें उन्हें 300 लॉकर मिले थे। जांच में पता चला कि इनमें पैसे भरे हैं, जिसकी जांच की जा रही है। वहीं, छापेमारी के बाद विभाग ने इन लॉकरों को सील कर दिया था।

आयकर विभाग की तरफ से सील किए गए 300 लॉकरों में से 100 लॉकर विभाग समेत लॉकर संचालित करने वाली कंपनी के लिए भी पहेली बने हुए हैं।

असल में लॉकर को जब्त करने के बाद 200 लॉकर मालिक तो जांच के लिए सामने आ गए, लेकिन 100 लॉकर मालिकों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। आयकर विभाग ने 5 नवंबर को चांदनी चौक के खारी बावली में फकीर चंद लॉकर्स एंड वॉल्टस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चल रहे लॉकर को जांच के लिए सीज कर दिया था। इसमें कुल 300 लॉकर थे।

बता दें कि पुरानी दिल्ली के इन लॉकर्स में वहां के स्‍थानीय बिजनेसमैन अपने धंधे का पैसा वहीं रखते हैं। हर दिन व्‍यापार करने के बाद शाम को वहां रकम रख दी जाती है जबकि दिन में उसी रकम से फिर काम किया जाता है।

आयकर विभाग ने दीपावली के समय चांदनी चौक के खारी बावली में 250 से अधिक लॉकरों को सील किया था। शुरुआती दो दिनों में यहा से 25 करोड़ रुपये बरामद किए जाने की सूचना मिली थी। सूत्रों के अनुसार यहां 175 लॉकर्स को अभी खोला जाना बाकी है। अभी रुपयों की गिनती की जा रही है। यह आंकड़ा आगे जाकर और अधिक हो सकता है।

गौरतलब है कि आयकर विभाग ने दीपावली के आसपास चांदनी चौक में सर्वे किया था। यहां एक निजी लॉकर्स यूनिट में करोड़ों रुपये होने की जानकारी मिली थी। सर्वे के दौरान 250 से अधिक लॉकरों को सील कर दिया गया था। इस पर व्यापारियों ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि संदिग्ध के अलावा सभी लॉकर सील कर दिए गए हों।

लॉकर में दिनभर के कारोबार का पैसा रखते थे व्यापारी, बढ़ी परेशानी: किराना कमेटी

खारी बावली के कारोबारियों के संगठन दिल्ली किराना कमेटी ने सील सभी लॉकरों में हवाला का पैसा होने से इनकार किया है। साथ ही कहा है कि सभी लॉकर्स के सील होने से यहां के कारोबारियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। क्योंकि कारोबारी दिनभर की बिक्री का पैसा रात में उस लॉकर में रखते थे। ऐसे में आयकर विभाग की ओर से दावे गलत हैं कि लॉकर्स से बड़े पैमाने पर हवाला का पैसा पकड़ा गया है।

कमेटी के अध्यक्ष विजय गुप्ता ने दावा किया कि जिस 25 साल पुराने फकीर चंद लॉकर्स के लॉकरों को अवैध बताया जा रहा है। उसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) से मंजूरी मिली हुई है। इसमें 250 से अधिक व्यापारियों के लॉकर थे। अब उसके एक माह से सील होने से पैसा रखने में परेशानी आ रही है। उसके बाद से पांच से अधिक कारोबारी प्रतिष्ठानों के ताले टूटे हैं और लाखों रुपये चोरी हुए हैं।