प्रदेश के सभी बच्चो का होगा अब कराना एंटीबॉडी की जांच, छोटे-छोटे क्षेत्रों में बांट कर की जाइए जांच

  बच्चों में कोरोना एंटीबॉडी की नए सिरे से जांच की तैयारी चल रही है। इसके लिए पूरे प्रदेश को क्लस्टर में बांटकर सीरो सर्वे कराया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में सैंपलों की जांच होगी। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश में यह सीरो सर्वे इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के सहयोग से कराया जाएगा।

क्लस्टर के हिसाब से अलग-अलग जिलों के सैंपल की जांच की जिम्मेदारी एसजीपीजीआई, केजीएमयू व लोहिया संस्थान को सौंपी जाएगी। सैंपल पहुंचाने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी। एसजीपीजीआई के हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश हर्षवर्धन ने बताया कि बच्चों में एंटीबॉडी की जांच होने से संक्रमण दर की वास्तविक जानकारी मिल सकेगी। अगले सप्ताह तक इसकी गाइडलाइन जारी होने की उम्मीद है। 

रैंडम सर्वे में मिले सकारात्मक परिणाम

जून-जुलाई में बच्चों में एंटीबॉडी जांच के लिए रैंडम सर्वे के सैंपल केजीएमयू, लखनऊ भेजे गए थे। सूत्र बताते हैं कि इस सर्वे के नतीजे सकारात्मक मिले हैं। किसी जिले में अधिक तो किसी में कुछ कम एंटीबॉडी मिली है। ज्यादातर जगह पर्याप्त एंटीबॉडी मिली है। केजीएमयू माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता जैन ने बताया कि जल्द ही रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेज दी जाएगी।

तीसरी लहर के मद्देनजर जांच अहम 

चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण की तीसरी लहर की चपेट में बच्चों के आने की ज्यादा आशंका जाहिर की गई है। ऐसे में बच्चों में एंटीबॉडी के स्तर की जांच इस वक्त काफी अहम है। 

क्लस्टर के हिसाब से अलग-अलग जिलों के सैंपल की जांच की जिम्मेदारी एसजीपीजीआई, केजीएमयू व लोहिया संस्थान को सौंपी जाएगी। सैंपल पहुंचाने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी।