पान मसाला में टॉप फाइव टैक्स चोरी की खुफिया जांच होगी

पान मसाले में टैक्स चोरी के शीर्ष पांच मामलों की जांच रीजनल इकोनॉमिक इंटेलिजेंस कमेटी (आरईआईसी) को दी जाएगी। इस संबंध में वाणिज्य कर कमिश्नर मिनिस्टी एस. ने एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड-1 और एडिश्नल कमिश्नर (एसआईबी) को निर्देश दिए हैं। साथ ही आरईआईसी को रिपोर्ट सौंपने के लिए एक फॉर्मेट भी दिया है।

पान मसाले के कारोबार में कर अपवंचना की जांच पहली बार राज्य स्तरीय आर्थिक खुफिया समिति से कराने का फैसला लिया गया है। इसके लिए एक सबसे बड़ा मामला और चार अन्य मामले सौंपे जाएंगे। इस संबंध में पिछले हफ्ते वाणिज्य कर कमिश्नर ने एडीश्नल कमिश्नरों के साथ डेस्कटॉप मीटिंग की थी और इस संबंध में निर्देश दिए थे। खुफिया जांच कमेटी को बताना पड़ेगा कि पान मसाला फर्म में छापा कब मारा। कितना माल सीज किया। फर्म का नाम क्या है। किस नाम से पंजीकरण है। मालिक और निदेशकों के नाम क्या हैं। पैन, टैन, डिन, आरओसी आदि का पंजीकरण कब का है। टैक्स चोरी की मोडस आपरेंडी क्या है। नए-नए रास्तों के जरिए कैसे टैक्स चोरी की जा रही है। ऐसी सभी जानकारियों के साथ खुफिया जांच समिति अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी।