पाक को मिला पुलवामा का जवाब: संगम पर फहरी शौर्य पताका, एयर स्ट्राइक की सराहना

पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाक सीमा में घुसकर वायु सेना की एयर स्ट्राइक से मंगलवार को कुंभ में देश-दुनिया से आए संतों-भक्तों का सीना चौड़ा हो गया। सुबह एयर स्ट्राइक की खबर आते ही हाथों में तिरंगा लेकर लोग रेती के बीच चकर्ड प्लेट की सड़कों पर निकल पड़े। सेना की शौर्य पताका लहराने लगी। संगम नोज पर सैकड़ों लोगों ने त्रिवेणी की पूजा कर सेना के साहस को नमन किया। गंगा आरती भी सेना के शौर्य को समर्पित रही। प्रधान तीर्थपुरोहितों ने घंट-घड़ियाल के साथ सेना को शक्ति और साहस से भरपूर करने की तीर्थराज प्रयाग से प्रार्थना की।

पाक सीमा में वायु सेना की एयर स्ट्राइक के बाद विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक -आध्यात्मिक समागम वाले कुंभ में हर तरफ खुशी, जोश और उत्साह छा गया। आध्यात्मिक शिविरों में भारत माता की जय… वंदेमातरम के जयकारे लगने लगे। कहीं सेना के सम्मान में दीप जलाए जाने लगे तो कहीं तिरंगा लहराकर राष्ट्रप्रेम का संदेश दिया जाने लगा। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने एयर स्ट्राइक के बाद बेनी बांध स्थित बड़े हनुमान के दरबार में सुंदरकांड का पाठ शुरू करा दिया। यहां संतों, वैदिक आचार्यों और श्रद्धालुओं ने सेना का मनोबल बढ़ाने की कामना से सुंदरकांड का पाठ किया।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने एयर स्ट्राइक को देश का सीना चौड़ा करने वाली उपलब्धि बताया। संगम नोज पर तिरंगा लहराकर सैनिकों के शौर्य को नमन किया गया। सेक्टर-चार में गंगा आरती भी सैनिकों को समर्पित कर दी गई। यहां सैकड़ों की तादाद में एनडीआरएफ के जवानों के साथ श्रद्धालुओं ने गंगा आरती में सैनिकों को सलामी दी। सविधि पूजा कर गंगा माता से प्रार्थना की गई कि वह सैनिकों को शक्ति और साहस दे। आरती में सेना के प्रति संकल्प दिलवाने वालों में प्रधान तीर्थपुरोहित प्रदीप पांडेय, दीपू मिश्रा, सौरभ समेत तमाम लोग उपस्थित थे। इसी तरह सेक्टर-12 स्थित जीयर स्वामी के शिविर में सैकड़ों संतों-भक्तों ने सेना के पराक्रम का बखान किया और खुशी जताई। किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में किन्नर संतों ने एयर स्ट्राइक पर शौैर्य पताका लहराई।