नौसेना दिवसः ‘बीटिंग द रिट्रीट’ रिहर्सल में सेना ने दिखाया दम, रोशनी से सराबोर गेटवे ऑफ इंडिया

मुंबई। हर साल चार दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया में इसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। गेटवे ऑफ इंडिया को रंगों की रोशनी से सजाया जा रहा है। रोशनी से सराबोर गेटवे ऑफ इंडिया की खूबसूरती ने एक बार फिर नौसेना के भव्य समारोह में चार चांद लगा दिए। नौसेना दिवस से पहले रविवार को सेना ने ‘बीटिंग द रिट्रीट’ की रिहर्सल की, जिसे देखने के लिए लाखों लोग गेटवे ऑफ इंडिया पहुंचे। इस दौरान सेना के जवानों ने अपना दम दिखाया, तो वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर उनकी हौसला अफजाई की।

इस खास मौके पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि हमारी नौसेना अपनी समुद्री सीमा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, और हमारी ताकत लगातार बढ़ रही है। इस साल ही आइएनएस अरिहंत ने अपनी पहली पैट्रोलिंग पूरी की है और भारत की परमाणु पनडुब्बी की ताकत बढ़ी है। इसी साल नौसेना ने 20 देशों के साथ युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया है और अपनी ताकत को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना ने समुद्र में डकैती के 44 प्रयासों को नाकाम किया है, और 120 डाकुओं को गिरफ्तार किया है।

सुनील लांबा ने बताया कि 26/11 हमले के बाद हमने अपनी तैयारी काफी मजबूत की है। राडार लगा दिए गए हैं, जैसे इनपुट मिलते हैं, उन्हीं के मुताबिक अलर्ट जारी किए जाते हैं। हम पहले से काफी बेहतर हैं। उन्होंने कहा, ‘जहां तक नौसेना की बात है, हम पाक नौसेना से हर मायने में बेहतर हैं और चीन के मुकाबले भी हिन्द महासागर में हम मजबूत हैं।

बता दें हर साल चार दिसंबर को 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान के युद्ध में भारत को मिली जीत का जश्न मनाया जाता है। भारत-पाक के बीच हुए युद्ध में हमारे भारतीय नौसेना की मिसाइल बोट्स ने कराची हार्बर पर हमला कर चार पोतों को डुबो दिया था। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के 500 से भी ज्यादा नौसैनिक मार गिराए थे। युद्ध में आइएनएस निर्घात, आइएनएस वीर और आइएनएस निपट ने भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

भारतीय नौसेना की वीरता को प्रदर्शित करने के लिए हर वर्ष चार दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है और उससे पूर्व एक दिन पहले सेना बीटिंग द रिट्रीट के लिए अभ्यास करता है। इस दिन भारतीय सैनिकों के बलिदान और भारतीय नौसेना की उपलब्धियों को याद किया जाता है। इस दौरान भारतीय नौसेना के जवानों को सम्मानित किया जाता है।