चाईबासा कांड: झारखंड पुलिस ने बताया कहां हुई चूक, अंगरक्षकों ने चुकाई पूर्व विधायक की लापरवाही की कीमत?

पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला कर दो अंगरक्षकों की हत्या और हथियार लूट के मामले में पुलिस पूर्व विधायक की लापरवाही को कारण मान रही है। झारखंड पुलिस के अधिकारियों के साथ साथ पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने भी घटना में पूर्व विधायक की लापरवाही मानी है।

राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक, किसी भी इलाके में जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम होता है तो पहले इसकी सूचना जिला प्रशासन या स्थानीय थाने को दी जाती है। इसके बाद विशेष शाखा को भी इस संबंध में मूवमेंट की जानकारी होती है।

मुखबिर बता युवक की हुई थी हत्या

विधायक गुरुचरण नायक के कार्यक्रम स्थल से कुछ दूर पर ही 28 दिसंबर को वन विभाग के एक ठेकेदार के मुंशी बोयराम लुगुन की गोली मार कर हत्‍या कर दी गई थी। इसके बाद उसके शव को गोइलकेरा-चाईबासा सड़क पर फेंक दिया गया था। इस घटना के कुछ दिन पूर्व भी एक युवक प्रेम सुरीन की हत्या कर दी गई थी। माओवादियों ने दोनों की हत्या मुखबिरी के आरोप में की थी।