
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को कैबिनेट की बैठक होगी। इसमें पेराई सत्र 2021-22 के लिए गन्ना मूल्य की घोषणा की जा सकती है। गन्ने के राज्य परामर्शित मूल्य (एसएपी) निर्धारण को लेकर मुख्य सचिव अध्यक्षता में हुई बैठक में किसानों ने कहा कि गन्ने का रेट कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल होना ही चाहिए। हालांकि शुगर मिल प्रतिनिधियों ने रेट न बढ़ाने जाने की वकालत की पर किसानों ने तर्कों के साथ अपनी बात पेश की गन्ने का एसएपी नहीं बढ़ा है। दूसरा, चुनावी साल है और कृषि आंदोलन में गन्ना किसानों की अहम भूमिका है। पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में किसानों की बड़ी पंचायत है और इसमें गन्ना बड़ा मुद्दा रहेगा। सरकार इससे पहले ही स्थिति साफ करने के मूड में दिख रही है। सवाल और रार यह है कि आखिर रेट कितना बढ़ेगा। चूंकि पंजाब ने 360 रुपये प्रति क्विंटल एसएपी घोषित कर यूपी सरकार के सामने एक चुनौती पेश कर दी है।