करनाल: 50 वर्ष बाद मेजर, कमांडर और कर्नल बन चुके दोस्त मिलकर साझा करेंगे यादें, सैनिक स्कूल में पूर्व छात्र सम्मेलन कल

करनाल स्थित सैनिक स्कूल कुंजपुरा से पढ़े ऐसे विद्यार्थी जो आज भारतीय सेना में मेजर, कमांडर, कर्नल और जनरल सहित अन्य ऊच्च पदों पर पहुंच चुके हैं, वे 50 वर्ष बाद अपने दोस्तों से मिलेंगे और उस समय की यादों को ताजा करेंगे। सैनिक स्कूल के पूर्व छात्रों की एसोसिएशन द कुंजियंस ने उन्हें मिलने का यह मौका दिया है। 

19 दिसंबर को स्कूल में पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन होगा। जिसमें गोल्डन जुबली वर्ष (1971) और सिल्वर जुबली वर्ष (1996) में पढ़ चुके छात्र विशेष तौर पर हिस्सा लेंगे। जबकि स्कूल के पहले सत्र 1961 से अब तक के सभी सत्रों से पूर्व विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है।

इसमें देशभर से करीब 300 से ज्यादा पूर्व छात्रों के सम्मेलन में पहुंचने का अनुमान है। मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल दीपक कपूर शिरकत करेंगे। स्कूल प्रिंसिपल कर्नल विजय राणा और एसोसिएशन के प्रधान पूर्व मेजर जनरल विशंबर दयाल पूर्व छात्रों का स्वागत करेंगे।

सोशल मीडिया ने मिलाए दोस्त, 7500 छात्र जुड़े

एसोसिएशन द कुंजियंस के राष्ट्रीय महासचिव राजेश सांगवान ने बताया कि सोशल मीडिया ने धीरे-धीरे सभी बिछुड़े दोस्तों को मिलाया। व्हाट्सएप पर एक दूसरे को जन्मदिन की मुबारकबाद देने से शुरू हुआ सफर पूर्व छात्र सम्मेलन तक आ पहुंचा है। 1993 में उनकी एसोसिएशन पंजीकृत हुई थी। शुरुआत में वही पूर्व छात्र कार्यक्रम में पहुंचते थे, जो उनके संपर्क में थे। आज व्हाट्सएप पर स्कूल से पढ़ चुके करीब 7500 पूर्व छात्र ग्रुपों में जुड़े हैं।

पूर्व सीएम हुड्डा, जनरल दीपक कपूर भी रहे यहां के छात्र

सैनिक स्कूल कुंजपुरा 1961 में शुरू हुआ था। अब तक स्कूल ने कई मेजर, कमांडर व कर्नल देश को दिए हैं। इनमें पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल दीपक कपूर, पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, सीनियर आईपीएस अफसर एसएस देसवाल, ओलंपियन कर्नल संत कुमार व एड गुरु प्रहलाद कक्कड़ का नाम प्रमुख है। जनरल दीपक कपूर 1963 में पास आउट होने के बाद एनडीए में चले गए थे।

1971 की  लड़ाई के योद्धाओं और कोरोना वॉरियर्स होंगे सम्मानित 

कार्यक्रम इस बार दो थीम पर रखा गया है। पहली थीम में 1971 की लड़ाई के योद्धाओं को सम्मानित किया जाएगा। जिनमें लेफ्टिनेंट जरनल डीडीए संधू और कर्नल मिलन चटर्जी सहित 12 अधिकारी शामिल हैं। दूसरी थीम में कोरोना योद्धाओं को लिया गया है। जिसमें हरियाणा और दिल्ली पुलिस व डॉक्टरों को लिया गया है। स्कूल में कोरोना संक्रमित हुए विद्यार्थियों के इलाज के लिए जुटे सात डॉक्टरों की टीम को इसमें शामिल किया गया है।