मुंबई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को एक बार फिर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। अबकी उनके निशाने पर अप्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह थे। कुछ दिनों पहले शाह के गठबंधन नहीं होने की स्थिति में पूर्व सहयोगी को हराने की चेतावनी पर ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को कुचलने वाला अब तक पैदा नहीं हुआ।
बता दें कि कुछ दिनों पहले शिवसेना को अप्रत्यक्ष रूप से चेतावनी देते हुए शाह ने कहा था कि अगर गठबंधन होता है तो हम अपने सहयोगी की जीत सुनिश्चित करेंगे, लेकिन गठबंधन नहीं होने की स्थिति में पार्टी उसे आगामी लोकसभा चुनाव में हराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। शाह द्वारा लोकसभा चुनावों को पानीपत की तीसरी लड़ाई बताने पर भी ठाकरे ने जमकर कटाक्ष किया।
वर्ली में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी लहर पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने अपनी राजनीतिक यात्रा के दौरान बहुत सी लहरें देखी हैं। उन्होंने उच्च जाति के लोगों को प्रति वर्ष आठ लाख रुपये तक की आय पर आयकर छूट देने की भी मांग की। ठाकरे ने यह भी कहा कि भविष्य में चुनाव ईश्वर, देश और धर्म जैसे मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए।
कांग्रेस को अपनी करनी का फल मिला
ठाकरे ने कहा, जरा हमें बताइए कि कांग्रेस किस प्रकार मंदिर निर्माण में बाधा डाल रही है। कांग्रेस को अपनी करनी का फल 2014 में मिल गया। पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का भी पद नहीं मिल सका।
मंदिर पर नीतीश और पासवान के विरोध पर स्थिति साफ करे भाजपा
उन्होंने सवाल किया कि जब नीतीश कुमार की जदयू और रामविलास पासवान की लोजपा जैसी भाजपा की सहयोगी पार्टियां विरोध कर रही हैं तो वह मंदिर का निर्माण कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा राम मंदिर निर्माण को सिर्फ एक चुनावी जुमला मानकर चल रही थी तो फिर सरकार और उसके कोई काम का कोई मतलब नहीं था।
हनुमान की जाति बताने पर घेरा
ठाकरे ने भाजपा नेताओं द्वारा हनुमान जी की जाति बताने पर भी जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि आपके पास ऐसे भी एक नेता है जो हमारे भगवान हनुमान जी की जाति के बारे में बात करते हैं। अगर इसी तरह की बात किसी और धर्म में होती, तो लोग उस आदमी के दांत तोड़ देते।