सपा-बसपा गठबंधन पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से पूछा है कि वे बताएं, पीएम पद के लिए मुलायम दावेदार हैं या मायावती।
अखिलेश प्रधानमंत्री के रूप में पिछली बार सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को आगे कर रहे थे। वे बताएं कि इस बार प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी नजर में मुलायम हैं या बसपा प्रमुख मायावती।
चुनाव के पहले नेता भी स्पष्ट होने चाहिए। नेतृत्व विहीन गठबंधन को जनता खारिज करेगी। उन्होंने यहां तक कहा सपा और बसपा अलग-अलग पार्टी क्यों हैं। दोनों का विलय कर दीजिए।
मुख्यमंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में कहा सपा-बसपा के गठबंधन का मतलब भ्रष्टाचारी, जातिवादी मानसिकता वाले अराजक और गुंडों को सीधे-सीधे सत्ता देकर जनता को उसके भाग्य पर छोड़ देने जैसा है।
ऐसे गठबंधन का प्रदेश की राजनीति पर कोई असर नहीं होने वाला है। अच्छा हुआ दोनों एक हो गये हैं। कायदे से इनको निपटाने के लिए हमें मदद मिलेगी।