
भारत को शूटिंग की दुनिया में एक नई उभरती हुई स्टार मिल गई है – सुरूचि सिंह। आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में लगातार गोल्ड मेडल जीतने और नेशनल गेम्स में शानदार प्रदर्शन करने के बाद सुरूचि तेजी से हर घर में पहचानी जाने लगी हैं। खास बात यह है कि वह दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को कड़ी टक्कर दे रही हैं।
सुरूचि की चमकदार परफॉर्मेंस
पेरू की राजधानी लीमा में हुए आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में सुरूचि ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा में मनु भाकर को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके अलावा उन्होंने सौरभ चौधरी के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम गोल्ड भी जीता। इस जोड़ी ने चीन के कियानशुन याओ और काई हू को फाइनल में 17-9 से हराया।
यह सुरूचि का लगातार दूसरा आईएसएसएफ वर्ल्ड कप गोल्ड है। इससे पहले उन्होंने इस साल की शुरुआत में अर्जेंटीना में अपना पहला वर्ल्ड कप गोल्ड जीता था। लीमा फाइनल में उन्होंने कुल 243.6 अंक हासिल किए और मनु भाकर को 1.3 अंकों से हराया। चीन की याओ कियानशुन को ब्रॉन्ज मेडल मिला।
“सिर्फ खुद से मुकाबला करती हूं” – सुरूचि
अपनी जीत के बाद दिए इंटरव्यू में सुरूचि ने कहा, “मुझे गोल्ड मेडल जीतना बहुत पसंद है और मैं हमेशा खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करती हूं। मैं दूसरों से नहीं, सिर्फ खुद से मुकाबला करती हूं। यह तो वर्ल्ड कप गोल्ड की शुरुआत है। अगर मैं फाइनल्स में वही कर पाऊं जो प्रैक्टिस में करती हूं, तो ओलंपिक गोल्ड दूर नहीं है।”
कौन हैं सुरूचि सिंह?
हरियाणा के झज्जर जिले के सिसरौली गांव की 19 वर्षीय सुरूचि सिंह पहली बार 2023 में सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में युवाओं, जूनियर और सीनियर वर्गों में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में छह गोल्ड मेडल जीते। उस प्रतियोगिता में उन्होंने 585 का शानदार स्कोर किया था।
पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी और कोच शिमोन शरीफ भी सुरूचि की प्रतिभा को पहचान चुके हैं। इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “सुरूचि लगातार 585 और 586 जैसे स्कोर कर रही हैं, जो ओलंपिक लेवल के शूटर्स के स्कोर होते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं किसी स्टार खिलाड़ी का नाम नहीं लूंगा, क्योंकि सब उन्हें जानते हैं। लेकिन एक नाम जो ध्यान में रखना चाहिए, वो है सुरूचि। उन्होंने नेशनल्स में 585 का स्कोर किया और तीनों – युवा, जूनियर और सीनियर – कैटेगरी में गोल्ड जीता। एक और प्रतियोगिता में भी उन्होंने वही स्कोर दोहराया। यहां तक कि चयन ट्रायल्स में भी उन्होंने 586 का स्कोर किया।”
भारत की इस नई शूटिंग सनसनी को देखकर अब देश को उम्मीद है कि वह आने वाले समय में ओलंपिक में भी भारत का नाम रोशन करेंगी।