Rohit murder case: पत्नी अपूर्वा से कई घंटों तक पूछताछ, कई सवालों पर साधी चुप्पी

उत्तराखंड के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर की हत्या में शक की  सुई परिजनों की तरफ जा रही  है। क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को परिजनों के साथ 12 घंटे तक पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या में करीबियों का हाथ हो सकता है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ संदिग्धों के मोबाइल की सीडीआर भी जांच रही है।

जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब साढ़े सात बजे क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन एवं डीसीपी जॉय टर्की डिफेंस कालोनी स्थित रोहित शेखर के घर पर पहुंचे। साथ ही पुलिस की चार टीमें भी घर पहुंच गईं। टीम ने रोहित की मां उज्जवला शर्मा, पत्नी अपूर्वा, भाई सिद्धार्थ के अलावा चार नौकरों से पूछताछ शुरू की। अपूर्वा के पिता से भी पुलिस ने मामले की पूछताछ की। 

पुलिस ने घटना की रात के बारे में सब से अलग-अलग पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान सभी के बयान में विरोधाभास भी सामने आया। पुलिस इसी विरोधाभास के आधार पर आगे भी पूछताछ की। फिलहाल पुलिस का शक परिवार के दो सदस्यों पर है। 

तीन घंटे तक हुई पत्नी से पूछताछ

क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने करीब तीन घंटे तक रोहित की पत्नी अपूर्वा से पूछताछ की। इस दौरान कुछ प्रश्नों के उत्तर अपूर्वा ने नहीं दिए। खासतौर पर रोहित से संबंधों पर स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। इसके अलावा पुलिस ने अपूर्वा से रोहित के व्यवहार, उसकी रंजिश, परिवार के अन्य सदस्यों से संबंध एवं संपत्तियों के विषय में जानकारी हासिल की। वहीं, शाम को पुलिस की टीम रोहित की मां उज्जवला को अपने साथ तिलक मार्ग थाना लेकर गई लेकिन एक घंटे में वापस लौटकर आ गई।

रविवार को भी होगी पूछताछ

रात करीब आठ बजे तक पुलिस की पूछताछ चलती रही। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्याकांड के विषय में कुछ सुराग मिले हैं। रविवार को भी पूछताछ जारी रहेगी। इसमें रोहित के दोस्तों एवं पड़ोसियों को भी जांच में शामिल किया जाएगा। एक ही छत के नीचे अलग-अलग रहते थे रोहित-अपूर्वा।

रोहित की मां का दावा, दोनों के बीच झगड़ा रहता था 

रोहित शेखर हत्याकांड में पुलिस जांच में नए खुलासे हुए हैं। रोहित की मां उज्जवला शर्मा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि रोहित और अपूर्वा की शादीशुदा जिंदगी अच्छी नहीं चल रही थी। दोनों के बीच होने वाले झगड़े बढ़ने लगे थे, जिसके चलते दोनों एक ही घर में अलग-अलग रहते थे। झगड़े के कारण ही मार्च में अपूर्वा अपने घर इंदौर चली गई थी। 

पुलिस अधिकारियों की मानें तो रोहित के सबसे करीबी नौकर गोलू ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि रोहित और अपूर्वा के बीच संबंध सही नहीं थे। दोनों के बीच झगड़े इतने बढ़ गए थे कि दोनों एक ही घर में अलग-अलग कमरों में सोते थे। गोलू ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि रोहित और उसकी पत्नी के अलावा 15 अप्रैल की रात पहली मंजिल पर रोहित का चालक अखिलेश भी सोया हुआ था। वहीं, गोलू कुछ समय पहले तक पहली मंजिल पर सोता था, लेकिन फिलहाल उसका परिवार आ गया है और वह उस रात दूसरी मंजिल पर सोया था।  

पत्नी के कहने पर जगाने गया था नौकर 

16 अप्रैल की शाम को अपूर्वा ने गोलू को रोहित को उठाने के लिए भेजा था। गोलू ने पुलिस को बताया कि जब वह अपूर्वा के कहने पर रोहित के कमरे में गया तो वहां एसी चल रहा था और रोहित बिस्तर पर सीधा लेटा हुआ था। रोहित की नाक से खून निकला हुआ था, जो सूख चुका था। रोहित के सिर के नीचे लगे तकिए पर खून के कोई निशान नहीं थे। गोलू ने कमरे का एसी बंद कर शोर मचाया, जिसके बाद रोहित की मौत के बारे में परिवार को पता चला। 

30 मार्च को ही मायके से आई थी  

रोहित की मां ने पुलिस को बताया कि अपूर्वा 30 मार्च को ही मायके से वापस आई थी। इंदौर जाने से पहले अपूर्वा का रोहित से झगड़ा हुआ था। इस कारण वह 3 मार्च को अपने मायके चली गई थी। मगर रोहित ने उसे मना लिया था, जिसके बाद दोनों का झगड़ा खत्म हो गया था और अपूर्वा वापस आ गई थी। उज्जवला शर्मा ने बताया कि बच्चों के झगड़े में उन्होंने कभी दखल नहीं दिया, लेकिन यह सच है कि रोहित और अपूर्वा के बीच कुछ भी सही नहीं चल रहा था।  

बेटी तो नौकरों से भी बहुत प्यार से बोलती है

अपूर्वा के पिता ने बेटी पर लगे आरोपों के बारे में पता होने से साफ इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि बेटी बहुत सभ्य और शांत है। वह तो घर के नौकरों से भी बहुत प्यार से बोलती है और उसे गुस्सा नहीं आता तो वह रोहित से कैसे झगड़ा कर सकती है।