‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अगले दिन पाकिस्तान की गोलीबारी में 1 सैनिक समेत 13 लोगों की मौत

नई दिल्ली / श्रीनगर: भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकियों पर की गई जवाबी कार्रवाई के अगले ही दिन, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के नियंत्रण रेखा (LoC) पर एक बार फिर सीज़फायर का उल्लंघन करते हुए भारी गोलीबारी की। इस अकारण हमले में एक भारतीय सैनिक और चार बच्चों सहित 12 नागरिकों की मौत हो गई है।

भारतीय सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 7-8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामुला, उड़ी और अखनूर सेक्टरों में छोटे हथियारों और तोपों से गोलीबारी शुरू की। सेना ने कहा, “भारतीय सेना ने इस गोलीबारी का समानुपातिक जवाब दिया।”

यह हमला उस दिन के ठीक बाद हुआ जब भारत ने पहल्गाम आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइल हमले किए थे। इस ऑपरेशन में 70 आतंकियों की मौत हुई और 60 घायल हुए। मारे गए आतंकी लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों से जुड़े थे।

ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को तड़के 1:05 बजे शुरू हुआ और करीब 25 मिनट तक चला। यह जवाबी हमला उन 26 नागरिकों की मौत के बाद किया गया था, जो 22 अप्रैल को पहल्गाम के बैसारन घाटी में आतंकवादी हमले में मारे गए थे। मृतकों में एक नेपाली नागरिक भी शामिल था।

भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा, “हमारी कार्रवाई सीमित, लक्षित और असंवेदनशील नहीं रही है। हमने कोई पाकिस्तानी सैन्य ठिकाना निशाना नहीं बनाया। भारत ने अपने लक्ष्यों और हमले की प्रकृति को लेकर संयम बरता है।”

पाकिस्तान की तरफ से हुई जवाबी गोलीबारी बीते कुछ वर्षों में सबसे तीव्र मानी जा रही है। गोलाबारी का मुख्य निशाना LoC के पास बसे सीमावर्ती गांव रहे।

हरियाणा के दिनेश कुमार शर्मा उस सैनिक का नाम है, जो इस गोलीबारी में शहीद हुए। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “देश को आपकी शहादत पर गर्व है। यह बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा।”

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में पर्यटकों से भरी बैसारन घाटी—जिसे “मिनी स्विट्ज़रलैंड” कहा जाता है—में खुले में फायरिंग की गई थी। हमले के समय पर्यटक इधर-उधर भागे लेकिन छिपने की कोई जगह नहीं थी। इसे 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।

24 अप्रैल की रात से ही, भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के कुछ घंटों बाद, पाकिस्तान लगातार LoC पर विभिन्न स्थानों पर अकारण फायरिंग कर रहा है।