
नई दिल्ली: भारत सरकार ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर अपना पक्ष रखने के लिए सात बहु-दलीय प्रतिनिधिमंडलों को विदेशों में भेजने की पहल शुरू कर दी है। इस अभियान की शुरुआत आज संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के लिए रवाना हो रहे पहले प्रतिनिधिमंडल से हो गई है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को तीन प्रतिनिधिमंडलों को संबोधित करते हुए कहा, “भारत शांति का पक्षधर है, लेकिन अपने भूभाग पर किसी भी प्रकार के आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह भारत का ‘नया सामान्य’ है – हम जवाब देंगे।”
प्रथम प्रतिनिधिमंडल, जो शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में UAE, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन जाएगा, में भाजपा सांसद बंसुरी स्वराज, मनन कुमार मिश्रा, पूर्व भाजपा सांसद एस. एस. अहलूवालिया, बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा, IUML सांसद ई.टी. मोहम्मद बशीर और राजदूत सुजन चिनॉय शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन प्रतिनिधिमंडलों के पास पाकिस्तान की ओर से भारत में आतंकवाद को समर्थन देने के सबूतों वाले दस्तावेज (डोजियर) भी होंगे, जिन्हें वे मेज़बान देशों के सामने पेश करेंगे।
पिछले महीने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने यह वैश्विक अभियान शुरू किया है। विदेश सचिव ने पाकिस्तान की उस पेशकश को खारिज किया जिसमें उसने पहलगाम हमले की स्वतंत्र जांच का सुझाव दिया था। मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान का पुराना रिकॉर्ड बताता है कि वह 26/11 मुंबई हमलों और 2026 के पठानकोट हमले जैसे मामलों में भारत द्वारा दिए गए ठोस सबूतों को नजरअंदाज करता रहा है।
“दुनिया को यह बताना आवश्यक है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कैसे लड़ रहा है और पाकिस्तान से किस प्रकार निपट रहा है। भारत विकास चाहता है, जबकि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है,” श्रीकांत शिंदे ने कहा।
एस. एस. अहलूवालिया ने कहा, “पाकिस्तान दुनिया भर में झूठ फैला रहा है। हमारा दायित्व है कि हम अन्य देशों को असलियत बताएं – कि यह लड़ाई आम नागरिकों के खिलाफ नहीं बल्कि आतंकवादियों के खिलाफ है।”
इन सात प्रतिनिधिमंडलों में कुल 59 सदस्य शामिल हैं, जिनमें 31 सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और 20 अन्य दलों के नेता हैं। इनके साथ पूर्व राजनयिक भी सहयोग करेंगे। प्रतिनिधिमंडल संबंधित देशों में मंत्रियों, सांसदों, नीति विशेषज्ञों, और मीडिया से मिलेंगे।
कल दो और प्रतिनिधिमंडल रवाना होंगे – एक डीएमके की कनिमोझी के नेतृत्व में यूरोपीय देशों (रूस, स्पेन, स्लोवेनिया, लातविया और ग्रीस) की यात्रा पर जाएगा, जबकि दूसरा जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों की यात्रा करेगा।
संजय झा ने कहा, “दुनिया को यह संदेश दिया जाएगा कि भारत अब ‘बस बहुत हो गया’ की नीति पर है। पाकिस्तान जब-जब आतंकवाद पर कार्रवाई का वादा करता है, वह चोर को ही अपनी जांच सौंपने जैसा व्यवहार करता है।”
अन्य प्रतिनिधिमंडल भी आगामी दिनों में विभिन्न देशों की यात्रा पर रवाना होंगे।