Kisan Mahapanchayat: यूपी का गन्ना और महंगी बिजली भी रहेगा महापंचायत का मुद्दा, यह किसान नेता दिखेंगे मंच पर

पांच सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित होने वाली किसान महापंचायत में मुख्य मुद्दा तो केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने का ही होगा, लेकिन इसमें यूपी में पिछले चार साल से गन्ने के दाम नही बढ़ने और मंहगी होती जा रही बिजली भी मुद्दा होगी। 

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत इस महापंचायत को किसानों का धर्मयुद्ध बता चुके हैं। भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव और संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य युद्धवीर सिंह ने संकेत दिए हैं कि इस महापंचायत में यूपी की बिजली और गन्ना मूल्य भी एक मुद्दा रहेगा। यूपी में अगले छह माह में चुनाव प्रक्रिया शुरू होने वाली है। ऐसे में यूपी सरकार को घेरकर किसानों का उद्देश्य केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा पर दबाव बनाने का भी रहेगा। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी के वाराणसी से सांसद हैं इसलिए संयुक्त किसान संगठन ने यूपी को ही महापंचायत के लिए चुना है। हालांकि प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात की पुष्टि कर दी है कि यूपी सरकार गन्ना मूल्य बढ़ाने जा रही है। गन्ना मूल्य में कितनी वृद्धि होगी इसकी घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही करेंगे।

यह किसान नेता मंच पर दिख सकते हैं

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा ना तो किसी राजनैतिक दल का मंच इस्तेमाल करता है और ना ही अपने मंच पर किसी राजनैतिक दल को स्थान देता है। इसी कारण राजकीय इंटर कॉलेज के 70 फुट चौड़े और 52 फुट गहरे मंच पर संयुक्त किसान मोर्चा के 40 संगठनों से जुड़े नेताओं के साथ ही देश के अन्य राज्यों से आमंत्रित किसान नेता ही दिखाई देंगे। जिन किसान नेताओं के आने की लगभग पुष्टि हो चुकी है उनमें संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल किसान संगठनों के नेता चौधरी नरेश टिकैत, भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, डा.दर्शन पाल सिंह, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मौला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहा, शिवकुमार शर्मा (काक्का जी), युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव, रतन मान, हरेंद्र सिंह लाखोवाल, राजाराम मील, अशोक धवले, के साथ ही कर्नाटक रैयत संघ की नेता चूकी नजुंडा स्वामी, नरेंद्र सिंह (बिहार), राजाराम मिल आदि नेता मंच पर दिखाई दे सकते हैं।