अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: पूरे देश में मनाया गया योग का महापर्व, प्रधानमंत्री मोदी ने विशाखापत्तनम से किया नेतृत्व

नई दिल्ली/विशाखापत्तनम: आज देशभर में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस वर्ष का मुख्य कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामकृष्ण बीच से लेकर भोगापुरम तक फैले 26 किलोमीटर लंबे समुद्र तट पर सामूहिक योग सत्र का नेतृत्व किया। अनुमानतः तीन लाख से अधिक प्रतिभागियों ने इस ऐतिहासिक आयोजन में भाग लिया।

इस वर्ष की थीम “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” रखी गई, जो मानव, प्रकृति और स्वास्थ्य के समन्वय की आवश्यकता को उजागर करती है। वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा भारत के प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने के बाद से यह दिन हर साल 21 जून को पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है।


देशभर में उत्साह, घाटों से पहाड़ों तक गूंजा ‘योगा डे’

कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर भारत तक योग दिवस को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। श्रीनगर के ऐतिहासिक घंटा घर पर भाजपा द्वारा योग सत्र का आयोजन किया गया, वहीं जम्मू में बीएसएफ जवानों ने अनुशासन के साथ योग किया। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में सांसद अनुराग ठाकुर ने भोरंज में योग सत्र का नेतृत्व किया।

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने अभिनेत्री नुसरत भरूचा के साथ योग किया। नागालैंड के इंफाल पूर्व में एनसीसी कैडेट्स ने मर्जिंग पोलो प्रतिमा स्थल पर योग किया।


प्रधानमंत्री की अगुवाई में योग का महासागर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में विशाल जनसमूह के साथ योग किया। इस दौरान भारतीय नौसेना के 11,000 से अधिक जवानों और उनके परिवारजनों ने भी तटीय क्षेत्र में हिस्सा लिया। यह आयोजन न केवल भारत बल्कि वैश्विक मंच पर भी भारत की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।


दिल्ली से देहरादून तक नेताओं की भागीदारी

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में योग कर देशवासियों को संदेश दिया।
  • दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना नदी के बीच नाव पर योग करते हुए स्वच्छता का संदेश दिया।
  • लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी योग दिवस समारोह में हिस्सा लिया।
  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फरीदाबाद में योग सत्र का नेतृत्व किया।

विश्व मंच पर भी दिखा भारत का योग

लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री की पत्नियों सहित 2000 से अधिक लोगों ने भाग लिया।


योग को जीवनशैली बनाएं: बाबा रामदेव

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा, “योग हमारे डीएनए में है। यह सिर्फ एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनना चाहिए।”


अन्य प्रमुख आयोजन:

  • मुंबई: पीयूष गोयल, श्रीकांत शिंदे व शाइना एनसी ने मरीन ड्राइव पर योग किया।
  • जयपुर: उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने सिटी पैलेस में योग किया।
  • जोधपुर: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मेहरानगढ़ किले में योग किया।
  • अगर्तला: मुख्यमंत्री माणिक साहा ने जनसाधारण के साथ योग किया।

योग: भारत की विश्व को देन

धर्मेंद्र, वरिष्ठ अभिनेता, ने योग को भारत की प्राचीनतम धरोहर बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से आज योग वैश्विक मंच पर सम्मानित हुआ है। वहीं केंद्रीय मंत्री मंसुख मांडविया ने दिल्ली में कहा, “योग हमारी संस्कृति है, और इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।”


निष्कर्ष:
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 भारत की सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक शक्ति और वैश्विक सोच का प्रतीक बनकर उभरा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और देशभर की जनता की भागीदारी से यह दिन एक बार फिर योग को जन-जन तक पहुंचाने में सफल रहा। योग अब केवल एक अभ्यास नहीं, बल्कि एक जनांदोलन बन चुका है – जो शरीर, मन और आत्मा को जोड़ता है।