DDU क्लासरूम में छात्रा की मौत का खुलासा- प्रियंका ने की थी खुदकुशी, पुलिस कर रही फाइनल रिपोर्ट की तैयारी

बीएससी होम साइंस की छात्रा प्रियंका ने आत्महत्या ही की थी। हालांकि किस वजह से उसने यह कदम उठाया था, पुलिस अभी तक इसकी जानकारी नहीं जुटा पाई है। लेकिन अब एफएसएल रिपोर्ट ने भी आत्महत्या की तरफ इशारा किया है जिसके अब पीएम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर पुलिस इस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी में है।

वहीं छात्रा के पिता अभी भी पुलिस की इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए वह सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। डीडीयू के गृह विभाग में स्टोर रूम के पास बीते 31 जुलाई को होम साइंस की छात्रा प्रियंका की फंदे से लटकती लाश मिली थी।

 शाहपुर इलाके के शिवपुर सहबाजगंज की रहने वाली प्रियंका के पिता की तहरीर पर गृह विभाग विभागाध्यक्ष और उनके सहयोगियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था। हालांकि पीएम रिपोर्ट ने आत्महत्या की तरफ इशारा किया था लेकिन इस मामले में हो रहे विरोध को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने एफएसएल टीम से घटना का री-क्रिएशन कराया था। 11 अगस्त को लखनऊ से आई एफएसएल की टीम ने घटनास्थल की बारीकि से छानबीन की थी।

टीम ने दीक्षा भवन स्थित छात्रा के परीक्षा कक्ष से मौत स्थल तक का निरीक्षण किया। प्रियंका के शव के वजन के बराबर की डमी के सहारे घटना को री-क्रिएट किया। यह जानने का प्रयास किया गया कि ट्यूब लाइट का हुक डमी का वजन उठाने में सक्षम है या नहीं। अब इस मामले में एफएसएल रिपोर्ट आ गई है। पुलिस के मुताबिक रिपोर्ट भी आत्महत्या की ओर ही इशारा कर रही है।

पिता का अब भी सवाल- आत्महत्या क्यों करेगी बेटी

प्रियंका परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या कर लाश को फंदे से लटका दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण गलत लिखा गया है। ऐसे में उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। ​छात्रा के पिता का आरोप था कि अगर बेटी ने आत्महत्या ही की है तो उसकी भी कोई वजह रही होगी। पुलिस अगर हत्या का पर्दाफाश नहीं कर सकती तो आत्महत्या की वजह ही बता दे?

प्रियंका के मौत के मामले में एफएसएल रिपोर्ट आ गई है। एफएसएल रिपोर्ट भी आत्महत्या के तरफ ही इशारा कर रही है। रिपोर्ट की कापी विवेचक को भेज दी गई है। वह अध्ययन कर केस में आगे की कार्रवाई करेंगे।

डा. विपिन ताडा, एसएसपी