ग्रामीण क्षेत्रों का बुरा हाल: कोयले की कमी से शुरू हुई बिजली कटौती

दक्षिणांचल के कानपुर से जुड़े इलाकों में रोज 25 लाख यूनिट के स्थान पर 16-18 लाख यूनिट की ही सप्लाई हो रही है। 

नगर के बिल्हौर, शिवराजपुर, घाटमपुर, चौबेपुर, सरसौल, मंधना सहित 12 इलाकों में तो बीते दो दिन के भीतर 20 घंटे ही सप्लाई हुई है। इसका असर गांवों के रहन-सहन पर पड़ना शुरू हो गया है। दक्षिणांचल के एक अधिशाषी अभियंता ने बताया कि जब तक बिजली का उत्पादन शुरू नहीं होता है तब तक आपात कटौती जारी रहेगी।

केस्को एमडी अनिल ढींगरा ने बताया कि शहर को डिमांड के मुताबिक ट्रांसमिशन से बिजली मिल रही है। शहर को मौजूदा समय में 580 मेगावाट की बिजली जरूरत है। 579 मेगावाट की सप्लाई 9 और 10 अक्तूबर को रही। रही बात बिजली कटौती की तो वह फाल्टों और ब्रेकडाउन से होती होगी।