बिहार में मानसून आंशिक रूप से कमजोर हो गया है। इस वजह से बारिश की गतिविधियां काफी कम हो गईं हैं। अगले 48 घंटों में भी बारिश की कोई खास गतिविधि नहीं होने वाली है। ऐसे में सूबे के लोगों को गर्मी झेलनी पड़ सकती है। राज्य के लगभग सभी शहरों में पिछले तीन चार दिनों से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि छिटपुट जगहों पर स्थानीय सिस्टम विकसित होने की वजह से मेघ गर्जन और वज्रपात की घटनाएं हुई हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सूबे में पुरवाई बह रही है और नमी का प्रवाह बढ़ा है। अगले कुछ दिनों में इसकी तीव्रता में और बढ़ोतरी होगी। अधिकतम तापमान के बीच नमी की मात्रा के प्रवाह से स्थानीय स्तर पर गरज तड़क वाले बादल बनेंगे और वज्रपात की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
उमस से बेहाल हैं राजधानी के लोग
पटना में भी अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। दिन के दस बजे ही धूप बेचैन कर दे रही है। आंशिक बादलों की वजह से धूप और तीखी लग रही है। लोग दिन रात पसीने से तरबतर रह रहे हैं। वातावरण में नमी की वजह से तापमान वास्तविक से ज्यादा महसूस हो रहा है। सोमवार को सुबह में राजधानी के हड़ताली मोड़ से लेकर इनकम टैक्स इलाके में बारिश हुई जबकि जगदेवपथ और पश्चिम पटना की ओर आंशिक बादल रहे। मौसम के दो रंग से लोग दिनभर परेशान रहे। राजधानी के ग्रामीण इलाकों में मेघ गर्जन और वज्रपात की भी सूचना है।