
गोरखपुर शहर के सबसे बड़े पर्यटन स्थल रामगढ़ताल में काफी बड़ा घड़ियाल देखा गया है। ऐसे में पर्यटकों के लिए ताल के पानी के करीब जाना खतरनाक हो सकता है। वहीं, पैडल बोटिंग और स्पीड बोटिंग भी खतरे से खाली नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, इस समय राप्ती नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इस वजह से शहर के बड़े नालों का जो पानी राप्ती नदी में जाता है वह रिवर्स होकर नाले में आ रहा है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि गोड़धोइया नाले से घड़ियाल रामगढ़ताल में आ गया होगा। सोमवार सुबह जल निगम के एक अधिकारी ने ताल में घडियाल को देखा तो वीडियो बना ली। वीडियो में घड़ियाल काफी बड़े आकार का दिखाई दे रहा है।
जल निगम के अधिकारी का कहना है कि जिला प्रशासन, गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) को चाहिए कि जब तक घड़ियाल को न पकड़ लिया जाए तब तक रामगढ़ताल में बोटिंग पर रोक लगा दें। वन विभाग को भी इसे जल्द से जल्द पकड़ने की व्यवस्था करनी चाहिए। चिड़ियाघर पास में ही है।
घड़ियाल को पकड़कर चिड़ियाघर में रखा जा सकता है। घड़ियाल का जो वीडियो बना है, उसे यू-ट्यूब पर अपलोड किया गया है। वीडियो में घड़ियाल ताल में घूमता हुआ दिख रहा है। बोल्डर पिचिंग से ताल की पहचान की जा रही है।
रामगढ़ताल में पैडल बोट का उठाया जा रहा लुत्फ
रामगढ़ताल में इस समय लोग पैडल बोटिंग का खूब लुत्फ उठा रहे हैं। ऐसे में ताल में घड़ियाल का आ जाना खतरनाक हो सकता है। ताल में बोटिंग के समय नाव की ऊंचाई जलस्तर से करीब एक फीट पर होती है। ऐसे में घड़ियाल आसानी से आक्रमण करके नुकसान पहुंचा सकता है। मोटर बोटिंग के समय भी घड़ियाल आक्रमण कर सकता है।
जलकुंभी निकालना और मछली मारना भी खतरनाक
इस समय रामगढ़ताल से जलकुंभी निकाली जा रही है। मशीन के अलावा मजदूर हाथ से भी जलकुंभी निकाल रहे हैं। घड़ियाल इन लोगों पर भी आक्रमण कर सकता है। वहीं, ताल में मछली मारने के लिए भी कई लोग पानी में उतरते हैं। ऐसे लोगों के लिए भी खतरा बढ़ गया है। घड़ियाल कभी भी किसी पर भी हमला कर सकता है।