
मथुरा। बार एसोसिएशन के चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे 28 प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया व्हाट्सएप और फेसबुक पर मोर्चा खोल दिया है। वह इस माध्यम से न केवल अपना प्रचार कर रहे हैं बल्कि अधिवक्ताओं से संबंधित कई मुद्दों को भी उछाल कर वोट मांग रहे हैं। जानकारी रहे तीन सितंबर को बार एसोसिएशन के छह पदों के लिए कुल 2866 अधिवक्ताओं को वोट डालने हैं।
अब चुनाव मैदान में अध्यक्ष पद पर कुल छह, उपाध्यक्ष पद पर पांच, छह अधिवक्ता सचिव पद के लिए व संयुक्त सचिव के लिए पांच और कोषाध्यक्ष और ऑडिटर पद के लिए तीन-तीन अधिवक्ता चुनाव मैदान में हैं। मतदान में असली रस्साकसी अध्यक्ष और सचिव के पद के लिए चल रही है। मुख्य रूप से बार एसोसिएशन के मतदान में अध्यक्ष और सचिव पद के दावेदार विभिन्न मुद्दों के साथ चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उनके द्वारा अपने इन मुद्दों को सोशल मीडिया, फेसबुक आदि के माध्यम से सदस्य अधिवक्ताओं तक पहुंचाया जा रहा है।
बन रहे हैं रोज नए ग्रुप
मोबाइल नंबर को जोड़कर अधिवक्ताओं के रोज नए ग्रुप बन रहे हैं। दावेदार अधिवक्ता इन ग्रुपों के माध्यम से अपने समर्थकों की पहचान कर रहे हैं। हालांकि इस दौड़ में एक दो अधिवक्ता बहुत आगे हैं, उनके द्वारा बहुत पहले से इस प्रकार के ग्रुप तैयार कर लिए गए थे।
अध्यक्ष पद के दावेदार कन्हैयालाल शर्मा ने नामांकन वापस लिया
अध्यक्ष पद के दावेदार कन्हैयालाल शर्मा ने 23 अगस्त को नामांकन वापस ले लिया है। इस प्रकार से अब अध्यक्ष पद पर सिर्फ छह ही दावेदार बचे हैं और कुल प्रत्याशी अधिवक्ताओं की संख्या 29 से 28 हो गई है। अध्यक्ष पद पर अब प्रदीप राजपूत, रामवीर सिंह, राजेंद्र प्रसाद शर्मा, मदन गोपाल सिंह, अजीत तेहरिया, आलोक सिंह के बीच चुनावी जंग है। बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुशील शर्मा ने बताया कि 23 अगस्त को सभी नामांकन की जांच कर ली गई है। कोई भी पर्चा निरस्त नहीं किया गया है। अध्यक्ष पद से कन्हैयालाल शर्मा ने नामांकन वापस ले लिया है।