मथुरा के फरह ब्लॉक मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर बसा कोह गांव कुदरत के कहर का शिकार हो रहा है। कोह में मौत दर मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 3 दिनों में गांव में बच्चों समेत 6 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को ही तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया। सीएमओ सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में डेरा डाल दिया है। डेंगू है या कोरोना, जांच के लिए लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा रहे हैं। विधायक पूरन प्रकाश ने इस संबंध में डीएम नवनीत चहल से बात की। डीएम के निर्देश पर एसडीएम गांव पहुंचे।
कोह में वायरल बुखार ने पैर पसार दिए हैं। मौसम में ज्यादातर घरों में बच्चे खांसी, जुकाम, बुखार की चपेट में हैं। तीन दिन में कई बच्चों की मौतों से गांव और आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल है। घर-घर लोग बीमार हो रहे हैं। इनमें बच्चों की संख्या अधिक है। कुछ मरीजों का आगरा, फरह, अछनेरा, भरतपुर के निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
गांव के 40 प्रतिशत लोग बीमारी से जूझ रहे हैं। प्रत्येक घर में तीन-चार चारपाई बिछी हुई हैं। टिंकू पुत्र हरि सिंह (9), रुचि पुत्री भगवान सिंह (14) व हनि पुत्री वेदप्रकाश (5) ने सोमवार को बीमारी के कारण दम तोड़ दिया। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंच गई। टीम बीमार बच्चों का इलाज करने में जुट गई है। ग्रामीणों का कहना है कि बुखार आता है और बच्चों का बदन नीला पड़ जाता है। इलाज से पहले ही अगले 20-25 मिनट में दम तोड़ देते हैं।
सोमवार को विधायक पूरन प्रकाश, एसडीएम संजीव वर्मा, सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता, एसीएमओ डॉक्टर दिलीप कुमार गांव पहुंचे। स्वास्थ्य व पुलिस अधिकारियों ने घर-घर ग्रामीणों को बीमारी से बचने और मास्क लगाने को आगाह किया। एसडीएम ने गांव की सफाई के साथ-साथ सैनिटाइज भी कराया गया। इस कार्य में दर्जनों सफाईकर्मी जुटे रहे। डेंगू के साथ-साथ कोरोना की भी जांच कराई जा रही है। सीएमओ डॉ. रचना गुप्ता ने बताया कि ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज किया रहा है। ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा कि क्या बीमारी है।
अभी डेंगू की पुष्टि नहीं हो पाई है, जांच कराई जा रही है। वहीं गांव में घर-घर सैंपल लेकर डेंगू और कोरोना की जांच कराई जा रही है रिपोर्ट आने पर पूरी जानकारी दी जाएगी। – डॉ. पारुल मित्तल, प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरह।
कहीं गंदगी के कारण बीमारी तो नहीं
गांव में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। नालियां चोक पड़ी हैं। गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। आशंका है कि कहीं यह बीमारी गंदगी के कारण तो नहीं। गांव के नंदकिशोर के परिवार के 4 लोग आगरा के अस्पताल में भर्ती हैं।