कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयारियां कर रहा है। तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों में जरूरी संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की इन तैयारियां का असर प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विजयीपुर में भी दिख रहा है। इस अस्पताल को पर्याप्त संख्या में आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करा दिए गए हैं। अगर तीसरी लहर आई तो मरीजों को आक्सीजन सिलेंडर के लिए परेशानी नहीं होगी, लेकिन चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की इस अस्पताल में कमी बनी हुई है। इस अस्पताल में एक एंबुलेंस है, इसकी भी हालत जर्जर है।
https://imasdk.googleapis.com/js/core/bridge3.474.0_en.html#goog_1993975489 https://imasdk.googleapis.com/js/core/bridge3.474.0_en.html#goog_440159523 कोरोना की दूसरी लहर का असर विजयीपुर प्रखंड के गांव-गांव में पड़ा था। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था चरमरा गई थी। इस अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने की व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी। कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर उसे हथुआ कोविड केयर सेंटर भेज दिया जाता था। अब कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों संसाधन बढ़ा रहा है। 30 बेड के सीएचसी विजयीपुर में जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बेड की व्यवस्था कर ली गई है। यहां 30 आक्सीजन सिलेंडर तथा 20 आक्सीजन कंसट्रेटर उपलब्ध करा दिए गए हैं। एक एंबुलेंस है, लेकिन इसकी दशा ठीक नहीं है। जिसे देखते हुए इस अस्पताल को दो नई एंबुलेंस उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है। दस की जगह तैनात हैं महज चार चिकित्सकविजयीपुर (गोपालगंज) : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विजयीपुर कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए संसाधन बढ़ाने की दिशा में काम चल रहा है, लेकिन चिकित्सक तथा स्वास्थ्य कर्मियों की कमी तस की तस बनी हुई है। इस अस्पताल में चिकित्सकों को दस पद हैं, लेकिन महज चार चिकित्सक ही यहां तैनात किए गए हैं। कंपाउंडर, ड्रेसर असिस्टेंट, फार्मासिस्ट के एक-एक पद हैं। ये सभी पद रिक्त पड़े हैं। एएनएम के 30 पद स्वीकृत हैं। लेकिन तैनाती आठ एएनएम की है।