पटना। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के कांस्टेबल (जीडी) गिरियप्पा किरासूर ने राइफल से खुद को गोली मार ली।
सचिवालय थाने की पुलिस ने जवान का शव शुक्रवार की सुबह राबड़ी देवी के आवास से बरामद किया। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद सीआरपीएफ के हवाले कर दिया गया। सीआरपीएफ ने सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी और गिरियप्पा के पार्थिव शरीर को विमान से कर्नाटक भेज दिया गया।
सचिवालय डीएसपी आरके प्रभाकर ने बताया कि आत्महत्या के बाबत यूडी केस दर्ज किया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
रात पौने दो बजे हुई घटना
सीआरपीएफ के 224 बटालियन में तैनात गिरियप्पा किरासूर की ड्यूटी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास की सुरक्षा में लगी थी। वह कर्नाटक के बगलकोट जिले के अमिनगर थानान्तर्गत कामातगी गांव के रहने वाले थे। उनके पास इजरायली राइफल एक्स-95 थी।
सूत्रों की मानें तो रात करीब पौने दो बजे गोली चलने की आवाज सुनकर ड्यूटी में तैनात दूसरे जवान पहुंचे तो गिरियप्पा को खून से लथपथ जमीन पर गिरा पाया। उन्होंने ठुड्ढी से राइफल सटाकर गोली मार ली थी, जो सिर को चीरते हुए ऊपर से निकल गई है। इसके बाद सीआरपीएफ के अधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई।
मोबाइल पर बात करने के बाद मारी गोली
सचिवालय थाने की पुलिस ने गिरियप्पा की सरकारी राइफल जब्त कर ली। उसे बैलिस्टिक जांच के लिए भेजा जाएगा। मौके पर गिरियप्पा का मोबाइल मिला। उससे पुलिस ने उनकी पत्नी ज्योति जी किरासूर से संपर्क किया तो मालूम हुआ कि गिरियप्पा ने मोबाइल से बात करने के बाद खुद को गोली मारी। पुलिस ने मोबाइल भी जब्त कर लिया है। कॉल रिकॉर्ड निकाला जा रहा है। अंदेशा है कि पारिवारिक कलह के कारण जवान ने खुदकशी की है।