संतकबीर नगर में भाजपा सांसद और विधायक के बीच हुई मारपीट के मामले में भाजपा का प्रदेश नेतृत्व कार्रवाई को लेकर अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय व अन्य बड़े पदाधिकारियों के व्यस्त रहने के कारण संतकबीर नगर के जिला प्रभारी काबीना मंत्री आशुतोष टण्डन भी अपनी रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को फिलहाल सौंप नहीं पाए हैं।
बुधवार को जिला योजना समिति की बैठक में संतकबीर नगर के भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी ने विकास योजना के शिलापट पर अपना नाम न होने के विवाद में भाजपा के ही मेहंदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल पर जूते से हमला किया था। बाद में प्रतिक्रिया में राकेश ने भी श्री त्रिपाठी की पिटाई कर दी थी। भाजपा सांसद और विधायक के इस आपसी विवाद पर क्षुब्ध भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने इसे अशोभनीय और अमर्यादित बताया था। उन्होंने दोनों को गुरुवार को तलब किया था।
गुरुवार की देर रात सांसद और विधायक ने पार्टी अध्यक्ष के सामने अपना पक्ष रखा। अध्यक्ष ने दोनों को सुनने के बाद कार्रवाई के लिए तैयार रहने की भी चेतावनी दी थी। शुक्रवार की सबेरे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रधानमंत्री के वाराणसी, कानपुर और गाजियाबाद में लगे कार्यक्रमों में शिरकत करने निकल गए। ऐसे में उन्हें सांसद और विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई करने पर फैसला लेने का समय ही नहीं मिल पाया।
मंत्रियों को भी मिलेगी लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी
राज्य मुख्यालय | भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव की जंग में सभी मंत्रियों को भी मैदान में उतार दिया है। शनिवार की शाम को पार्टी मुख्यालय पर बुलाई गई बैठक में सभी मंत्रियों के बीच 80 लोकसभा क्षेत्रों का बटवारा किया जाएगा। इसमें हर मंत्री को 2-2 लोकसभा चुनाव क्षेत्र का प्रभारी बनाया जाएगा। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, उनकी सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा.दिनेश शर्मा समेत सभी मंत्री मौजूद रहेंगे। पार्टी संगठन की ओर से प्रदेश के मुख्य चुनाव प्रभारी व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल समेत सभी सह प्रभारी व पार्टी के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। मंत्री अपने-अपने लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति, लोकसभा क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों की गतिविधियों और वहां किए जाने वाले चुनावी कामों के बारे में पार्टी मुख्यालय को प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट देंगे।