मुंबई। भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी का अलीबाग स्थित आलीशान बंगला शुक्रवार की सुबह डायनामाइट से नियंत्रित विस्फोट करके उड़ा दिया गया। नीरव मोदी और उसका मामा मेहुल चोकसी 13000 करोड़ रुपयों के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी हैं। दोनों फिलहाल भारत से भागकर विदेश में रह रहे हैं।
रायगढ़ स्थित पर्यटन स्थल अलीबाग में समुद्र तट पर स्थित ‘रूपान्या’ नामक इस बंगले की कीमत 100 करोड़ रुपए आंकी जा रही थी। नीरव मोदी ने यह बंगला बनवाते समय सीआरजेड सहित कई स्थानीय नियमों का उल्लंघन किया था। उसे सिर्फ अनुमति सिर्फ 376 वर्ग मीटर निर्माण कार्य की थी, लेकिन उसने 1081 वर्ग मीटर निर्माण करवाया था। प्रथम तल पर बना आलीशान स्वीमिंग पूल ही 1000 वर्ग फुट में फैला था। बंगले के बाहर सरकारी जगह घेरकर उसने आलीशान बगीचा भी तैयार कर लिया था।
इसके साथ ही मशहूर किहिम बीच (समुद्री तट) के अपने बंगले के सामनेवाले हिस्से पर भी उसने कब्जा कर रखा था। पिछले वर्ष बंगले को सील किए जाने के बाद ही राज्य सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर उसे ढहाने की अनुमति मांगी थी। यह अनुमति मिलने के बाद 25 जनवरी को ही बंगले को गिराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी।
लेकिन काम की शुरुआत के बाद अनुमान लगाया गया कि सामान्य बुलडोजर एवं जेसीबी से बंगला गिराने में न सिर्फ समय अधिक लगेगा, बल्कि यह खर्चीला भी साबित होगा। तब जिलाधिकारी डॉ. विजय सूर्यवंशी ने नियंत्रित विस्फोट के जरिए बंगले को ध्वस्त करने का आदेश दिया। यह काम पहले भी इस तरह के कई बंगले ध्वस्त कर चुके अतिरिक्त जिलाधिकारी भरत शितोले को सौंपा गया। उन्होंने जेसीबी की मदद से पहले बंगले की महंगी टाइल्स उखड़वाईं, फिर मंगलवार को विशेषज्ञों की मदद से आरसीसी के खंभों में सूराख करवाकर डायनामाइट भरवाए। आज सुबह इन विस्फोटकों को सक्रिय कर बंगला ध्वस्त कर दिया गया। जिलाधिकारी सूर्यवंशी के अनुसार बंगले में लगे महंगे झाड़-फानूस, एक जकूजी एवं बुद्ध की महंगी प्रतिमा प्रवर्तन निदेशालय को सौंप दी गई है। टूटे बंगले का मलबा नीलाम कर दिया जाएगा।