गोवर्धन परिक्रमा का संचालन अपने हाथों में लेगी योगी सरकार

गोवर्धन परिक्रमा के रास्ते में पड़ने वाले तीन मुख्य मंदिरों का संचालन उत्तर प्रदेश सरकार अपने हाथों में लेगी। ये मंदिर जैतपुरा, धानाघाटी और मानसी गंगा में हैं। सरकार वैष्णो देवी की तर्ज पर इन मंदिरों का श्राइन बोर्ड गठित कर रही है, जिसका प्रारूप भी तैयार हो चुका है। इसे मंजूरी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल के पास भेजा गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सोमवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को यह जानकारी दी। इसके बाद ट्रिब्यूनल के प्रमुख जस्टिस एके गोयल की अगुआई वाली पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार को 15 दिन के भीतर श्राइन बोर्ड के गठन के मंजूरी देने को कहा। साथ ही प्रदेश सरकार को अगामी सत्र में श्राइन बोर्ड के गठन के लिए विधानसभा और विधान परिषद में विधेयक पेश करने को कहा।

इससे पहले, सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए.के. अवस्थी ने पीठ को बताया कि गोवर्धन परिक्रमा के रास्ते में मुथरा जिले में आने वाले जैतपुरा, धानाघाटी और मानसी गंगा के मंदिरों का श्राइन बोर्ड गठित करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा, इस बारे में प्रस्ताव को अंतिम रूप देकर मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल के पास भेजा गया है। पीठ ने यह आदेश गिरिराज परिक्रमा संरक्षण संस्थान की ओर से वर्ष 2015 में दाखिल याचिका पर दिया। पीठ इस बारे में पिछले चार साल में कई आदेश दे चुकी है।

मंदिरों की संपत्ति ब्योरा लिया जा रहा
अतिरिक्त मुख्य सचिव एके अवस्थी ने एनजीटी को बताया कि तीनों मंदिरों की संपत्ति का ब्योरा जुटाया जा रहा है। उन्होंने कहा, धानाघाटी और मानसी गंगा के मंदिरों की संपत्ति के ब्योरे उनकी देखरेख के लिए नियुक्त किए गए सिविल जज से लिए जाने हैं। जबकि जैतपुरा मंदिर का ब्योरा उसकी देखरेख के लिए नियुक्त तहसीलदार ने भेज दिया है। इसके बाद पीठ ने सभी संबंधित अधिकारियों और व्यक्तियों को एक सप्ताह के भीतर मंदिरों की संपत्ति का ब्योरे और अन्य जानकारियां सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजने का आदेश दिया।

निजी पार्किंग की इजाजत नहीं होगी
एनजीटी ने मथुरा के जिला अधिकारी और वृंदावन विकास प्राधिकरण को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि परिक्रमा पथ में किसी भी निजी पार्किंग का परिचालन न हो। पीठ ने कहा, यदि कोई निजी पार्किंग का परिचालन करता है तो उत्तर प्रदेश पुलिस को उसके खिलाफ समुचित कार्रवाई करनी होगी।

दूध की गुणवत्ता जांचने का आदेश
एनजीटी ने उत्तर प्रदेश खाद्य आपूर्ति विभाग को धानाघाटी, जैतपुरा और मानसी गंगा के मंदिरों में पूजा के लिए इस्तेमाल किए जा रहे दूध की गुणवत्ता की जांच करने का आदेश दिया। उसने जांच रिपोर्ट 28 फरवरी से पहले सौंपने को भी कहा।

भूजल गुणवत्ता की रिपोर्ट मांगी
एनजीटी ने केंद्रीय भूजल प्राधिकरण और राज्य भूजल प्राधिकरण को मथुरा के भूजल की गुणवत्ता का पता लगाने और इसके संरक्षण के लिए समुचित कदम उठाने का आदेश दिया। साथ ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को संयुक्त रूप से परिक्रमा पथ के आसपास प्रदूषण नियंत्रण के लिए समुचित कदम उठाने को कहा। एनजीटी ने परिक्रमा पथ स्थित कुंड के पानी की गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट पेश करने को भी कहा।