आतंकवादी बाबर के नाम पर अयोध्या में नहीं बनने देंगे मस्जिद : डॉ. वेदांती

रामजन्म भूमि न्यास अयोध्या के कार्यकारी अध्यक्ष एवं मिशन मोदी अगेन पीएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रामविलास वेदांती ने कहा कि राममंदिर निर्माण रोकने के विपक्षी दलों के षड्यंत्र को पीएम नरेंद्र मोदी अच्छी तरह समझ चुके हैं।

शुक्रवार को हमीरपुर में प्रदेश स्तरीय सम्मेलन के बाद डॉ. रामविलास वेदांती ने कहा कि यह मुद्दा सदा के लिए खत्म हो जाए, इसलिए हम अयोध्या में मंदिर का निर्माण चाहते हैं। हम मस्जिद के विरोधी नहीं हैं। बाबर एक आतंकवादी, डकैत और विदेशी लुटेरा था।

विदेशी बाबर के नाम से इस देश में किसी सूरत में मस्जिद नहीं बनने देंगे। कहा कि मस्जिद बने तो खुदा, अल्लाह, इस्लाम और कुरान की आयतों के अनुसार बने। उसका कोई विरोध नहीं है।
एक आतंकवादी के नाम पर मस्जिद का देश की जनता खुलकर विरोध करेगी। कहा कि राममंदिर मुद्दे का समाधान हो चुका है। आपसी समझौते की वार्ता चल रही है। कुछ समस्याओं का हल हो चुका है।
अब अंतिम परिणाम दो-एक दिन में आएगा। लोकसभा चुनाव से पहले मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। हिंदू-मुसलमान सब मिलजुल कर भारत के वैभव, संप्रभुता को बढ़ाने और भारत से विश्व को शांति का संदेश देना चाहते हैं।

भाजपा ने मंदिर का मुद्दा उठाया और भाजपा ही मंदिर बनाएगी

डॉ. वेदांती ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी चाहते थे कि भारत विश्वगुरु बने, लेकिन कांग्रेस ने 70 वर्षों तक देश को विश्वगुरु और रामराज्य नहीं बनने दिया। कांग्रेस ने देश को हमेशा तोड़ने का काम किया है। भाजपा ने मंदिर का मुद्दा उठाया है और भाजपा ही मंदिर बनाएगी।
कांग्रेस हमेशा अयोध्या में मस्जिद बनाने की बातें करती आई है। सपा-बसपा, चंद्रबाबू नायडू और ममता बनर्जी ने मंदिर का हमेशा विरोध किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख ने गत दिवस अयोध्या में राम लला के दर्शन किए और संतों का स्वागत किया है।
शिवसेना भी चाहती है मंदिर का निर्माण हो। भारत के 90 फीसदी मुसलमान मंदिर चाहते हैं। दिग्विजय, कपिल सिब्बल, रमेश, कमलनाथ, यहां तक कि राहुल गांधी संसद में पूछते हैं कि मंदिर कब बनेगा। डॉ. वेदांती ने कहा कि वह ऐसा समझौता चाहते हैं कि देश में खून खराबा न हो।