जय श्रीराम के उदघोष के साथ काशी से अयोध्या रवाना हुए विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता

अयोध्या में 25 नवबंर को श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के संकल्प के लिए होने वाली धर्म सभा में शामिल होने के लिए बनारस से विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता शनिवार को कैंट रेलवे स्टेशन से गोंडा इंटर सिटी ट्रेन से रवाना हुए।350 से ज्यादा की संख्या में लोग अयोध्या गए। इस दौरान बड़ी संख्या में जीआरपी और आरपीएफ के जवान प्लेटफॉर्म पर तैनात रहे। माथे पर तिलक, सिर पर भगवा गमछा लपेटे व हाथों में रामनामी झंडा लिए कार्यकर्ता काफी जोश में दिखे।
विहिप सदस्यों ने बताया कि बनारस से अयोध्या जाने के लिए कार्यकर्ता ट्रेन, बसों व निजी वाहनों से पहुंच रहे है। वही कैंट स्टेशन से अयोध्या रवाना होने से पहले बजरंग दल के पदाधिकारियों ने बताया कि बनारस से दस हजार की संख्या में बजरंगी शामिल हो रहे हैं। लगभग 350 लोग ट्रेन से रवाना हुए।
उधर कल काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा था कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर जल्द बने यह सभी हिंदुओं की आकांक्षा है। धर्मसभा सरकार को बल प्रदान करने विरोधियों को चेतावनी देने और कोर्ट को जन भावनाओं से अवगत कराने के लिए आयोजित की गई है। कोर्ट पर हम  दबाव तो नहीं बना सकते लेकिन देश के बहुसंख्यक हिंदुओं की भावनाओं से अवगत जरूर करा सकते हैं। विहिप की ओर से शनिवार को भी कार्यकर्ता अयोध्या जाएंगे।

कई साधु संत कल ही गए

बता दें कि कई साधु संत शुक्रवार को ही अयोध्या रवाना हो गए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश ने बताया था कि काशी प्रांत से एक लाख कार्यकर्ता अयोध्या जाएंगे। उन्हें ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था कर ली गई है।
1322 बसों से 70,000 कार्यकर्ता, 1546 चार पहिया वाहन से 10000 कार्यकर्ता, 7000 बाइक से 14000  कार्यकर्ता अयोध्या जा रहे हैं। इसके अलावा ट्रेन से भी 15000 कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचेंगे। काशी प्रांत के प्रशासनिक जिले काशी, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, भदोही, प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, अमेठी, सुलतानपुर, जौनपुर और गाजीपुर जिलों से कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचेंगे।
सभी जिलों से कार्यकर्ता अपने जिले की संस्कृति के अनुसार झांकी तैयार कर  गाजे-बाजे के साथ अयोध्या कूच करेंगे। काशी महानगर के चार स्थानों से कार्यकर्ता एकत्रित होकर जाएंगे। वहीं काशी महानगर से कार्यकर्त्ता हाथ में त्रिशूल शरीर पर भस्म और बाघंबर ओढ़े हुए जटा-जूट धारी भगवान शिव का रूप धारण कर अयोध्या जाएंगे। सभी कार्यकर्ताओं को बाकायदा प्रवेशिका भी जारी की गई है।