लखनऊ । केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान में आज लखनऊ के ग्रुप सेंटर में खुद को गोली मार ली। उसके साथी जब तक उसको लेकर पास के अस्पताल जाते, तब तक उसने दम तोड़ दिया। वॉशरमैन मनजिंदर सिंह ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी, जबकि उसकी राइफल भी पास में रखी थी।
लखनऊ में सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटर में जवानों की आत्महत्या का सिलसिला जारी है। आज यहां के सरोजनीनगर केंद्र में सिपाही (वॉशरमैन) मनजिंदर सिंह ने खुद को गोली से उड़ाया। इससे पहले भी 25 अगस्त को इसी सेंटर में मेरठ निवासी जवान अरविंद कुमार सिंह की यहां पर संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी।मनजिंदर यूनिट नम्बर 224 की बैरक नम्बर तीन में रहता था।
आज की घटना के बाद मौके पर मौजूद सीआरपीएफ जवानों ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को देने के साथ ही आननफानन उसे परिसर में मौजूद विभागीय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिस्टल से कई फायर की आवाज सुनकर परिसर में खलबली मच गई। मौके पर पहुंचे सीआरपीएफ जवानों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के अनुसार वॉशरमैन मनजिंदर सिंह के गोली लगने से मौत हुई है। पुलिस के मुताबिक जवान ने साथी की पिस्टल से खुद को गोली मारी है। इस घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस को छानबीन के दौरान घटना में प्रयुक्त पिस्टल के खोखे गार्ड रूम में पड़े मिले। मैगजीन में चार जिंदा कारतूस और एक कारतूस रायफल के चेंबर में फंसा मिला। पुलिस ने पिस्टल अलावा खोखे और जिंदा कारतूस अपने कब्जे में ले लिए हैं। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। सीआरपीएफ के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
पंजाब अमृतसर के रहने वाले मनजिंदर सिंह की उम्र करीब 32 वर्ष थी। उसने सीआरपीएफ कैंप में तैनात गार्ड कमांडर विजय कुमार लांबा की सर्विस नाइन एमएम पिस्टल से खुद को गोली से उड़ाया। कमांडर लाल प्रताप सिंह ने बताया कि मौत के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका है। परिवारी जनों से बात की जा रही है मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। फॉरेंसिक टीम ने पिस्टल को जांच के लिए अपने कब्जे में लिया है। गार्ड मनजिंदर सिंह के सिर में गोली लगी है।