एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा वतन लौट आए हैं। वे जल्द ही अपने गांव आएंगे। फिलहाल दिल्ली फेडरेशन और रजिमेंट में जाएंगे। अपनी रेजिमेंट में अधिकारियों से मिलने के साथ अपने अगले लक्ष्य पर चर्चा करेंगे। परिवार भी नीरज चोपड़ा के स्वागत की तैयारी में हैं। नीरज इस महीने के अंत तक अपने घर पहुंचेंगे। इस बार परिवार नीरज से उनकी शादी पर भी चर्चा करेगा। नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को पानीपत खंडरा गांव में हुआ है। उनके पिता सतीश कुमार पेशे से किसान हैं और इनकी मां सरोज देवी एक गृहिणी हैं। नीरज चोपड़ा बचपन में मोटे थे। उनको 13 साल की उम्र में स्टेडियम में लेकर गए। उनको यहां दौड़ के लिए कहा गया, लेकिन वे जेवलिन की तरफ ध्यान देने लगे। उन्होंने दौड़ की बजाय जेवलिन को थामा और आज 25 साल की उम्र में देश का नाम सुनहरे अक्षरों में लिख रहे हैं।