23 जून को पटना में विपक्षी एकता के लिए हुई बैठक के अंत तक जब इसके संयोजक की घोषणा नहीं हुई तो मीडिया से बातचीत के दौरान लालू प्रसाद ने बातों-बातों में राहुल गांधी को कहा कि हमलोग तैयार हैं, जल्दी दूल्हा बनिए। लालू की इस पंक्ति को दो अर्थों में लिया गया। एक तो उनकी शादी के लिए, क्योंकि वह अबतक कुंआरे हैं। दूसरा, विपक्षी एकता का ‘दूल्हा’ बनने के नजरिए से। दूसरा वाला अर्थ ज्यादा चर्चा में इसलिए भी रहा, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) बार-बार एक ही बात कह रही थी- “बाराती जुट रहे, लेकिन दूल्हा (नेता) तय होना मुश्किल है।”