आपस में पेट और छाती से जुड़े 11 माह के जुड़वां बच्चों को दिल्ली एम्स में सर्जरी कर अलग किया गया। एक कहावत तो आपने सुनी होगी ‘जाको राखे साइयां, मार सके न कोय’, इस कहावत को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स अस्पताल के डॉक्टरों से सच साबित किया है। दोनों बहनें छाती से जुड़ी हुई थीं। जिनका एम्स में इलाज चला। 11 महीने और 9 घंटे की सर्जरी के बाद दोनों को अलग कर दिया गया।