कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार सुबह महादेव की नगरी काशी में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। घाटों पर स्नान का उत्सव किसी कुंभ से कम नहीं नजर आया। गंगा पार स्नान के बाद रेत से विष्णु और शिव की प्रतिमाएं बनाकर महिलाओं ने आरती उतारी और घर, परिवार से समाज के मंगल की कामना की। कार्तिक पूर्णिमा पर दो लाख से अधिक लोगों के डुबकी लगाने का अनुमान है। श्रद्धालुओं के चलते गंगा घाटों पर मेले जैसा दृश्य नजर आया। कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में या तुलसी के समीप दीप जलाने से महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।