अनोखी है स्कूटी वाली मैडम की कहानी –

मध्यप्रदेश के बेतुल की शिक्षिका अरुणा की, जिन्हें लोग स्कूटी वाली मैडम कह कर पुकारते हैं। स्कूटी वाली मैडम अरुणा की अपनी कोई संतान नहीं है। इसलिए उन्होंने स्कूल के बच्चों को ही अपनी संतान मान लिया। अरुणा बच्चों को पढ़ाई की सामाग्री अपने पैसों से ही दिलाती हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने वेतन से ही स्कूल में एक एक अतिथि शिक्षक भी रखा है। उनकी इस कोशिश में अब उनके गांव वाले भी भागीदारी कर रहे हैं। गांव वाले भी अपने बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।