नोएडा की 43 वर्षीय अनिता मेहरा का रुटीन तय था। हमेशा की तरह सुबह परिवार के लिए नाश्ता तैयार करतीं। फिर बच्चों की पढ़ाई, दोपहर का लंच और शाम को थक कर तकरीबन गिर जाने से पहले परिवार के लिए डिनर तैयार करतीं और तब खुद खाना खातीं। एक दिन उन्हें ब्रेस्ट में दर्द व चुभन महसूस होने लगी। थोड़ी तकलीफ से शुरू होकर सुई के चुभने जैसा तेज दर्द जब सहन करना मुश्किल हो गया तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया। पता लगा कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है। इलाज का खर्च सात से आठ लाख रुपये आ सकता है। मजबूरन उन्हें यह पैसा अपनी जेब से खर्च करना पड़ा। वह कहती हैं, “मैं बहुत फिट और सेहतमंद रही, इसलिए लगा ही नहीं कि हेल्थ इंश्योरेंस की जरूरत होगी।” महिलाओं पर केंद्रित इंश्योरेंस प्लांस की कमी
रिलायंस जनरल इंश्योरेंस के सर्वे की मानें तो पिछले एक साल में 57% महिलाओं ने हेल्थ पॉलिसी खरीदी हैं। 10 में से 8 महिलाओं का हेल्थ इंश्योरेंस है, जबकि 10 में से 7 महिलाएं अगले छह महीनों में हेल्थ इंशोरेंस में निवेश करने की योजना बना रही हैं। यह बात देश के 21 शहरों की 547 महिलाओं (21-45 आयु वर्ग) के ऑनलाइन सर्वे में सामने आई। 98% महिलाओं का मानना है कि पीरियड्स/हार्मोनल इश्यू, पीसीओडी ट्रीटमेंट, पोस्टपार्टम डिप्रेशन से जुड़ी मानसिक बीमारी और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों के इलाज के लिए महिलाओं पर केंद्रित इंश्योरेंस प्लांस होना जरुरी है।
टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी की डिप्टी सेल्स मैनेजर सपना यादव बताती हैं कि अक्सर हेल्थ इंश्योरेंस में लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों को कवर नहीं किया जाता, लेकिन अलग- अलग कंपनियों का क्राइटेरिया अलग होता है। अगर बात करें कॉमन हेल्थ पॉलिसी या फैमिली फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान कि तो इसमें आमतौर पर पति, पत्नी और 23 से 25 साल तक के आश्रित बच्चों को कवर किया जाता है। कुछ इंश्योरेंस होल्डर फैमिली मेंबर जैसे माता, पिता, दादा, दादी को भी कवरेज देते हैं। सपना बताती हैं कि हाउस वाइफ को हेल्थ इंश्योरेंस आसानी से नहीं मिल पाता हैं। फैमिली फ्लोटर में दुर्घटना के समय हॉस्पिटल में होने वाले खर्च, मैटरनिटी और नवजात शिशु के लिए कवर, दुर्घटना के समय या बीमारी के कारण हॉस्पिटल में भर्ती का खर्च, क्रिटिकल इलनेस, डेली हॉस्पिटल कैश कवर, मनोचिकित्सीय लाभ, हेल्थ चेकअप सहित कई फायदे मिलते हैं। इन दिनों कंपनियों के पास महिलाओं के लिए कई सारे कस्टमाइज्ड हेल्थ इंश्योरेंस प्लान अवेलेबल हैं कोरोना काल में वेलनेस प्रोडक्ट्स को लेकर सजग हुए लोग
निजी क्षेत्र की प्रमुख प्रमुख बीमा कंपनी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के सर्वे के अनुसार कोविड के बाद की दुनिया में स्वस्थ रहने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण दिखाई दे रहा है, जिसमें हेल्थ और वेलनेस प्रोडक्ट्स को लेकर लोग सजग हुए हैं, लेकिन पैसे की कमी एक बड़ी बाधा है।
पॉलिसी बाजार के अनुसार मैक्स बूपा, केयर हेल्थ इंश्योरेंस और बिड़ला कैपिटल जैसी कंपनियों को जबरदस्त ग्राहक मिले हैं। साल 2021 के पहले तीन महीनों में ही एक करोड़ रुपये से ज्यादा वाले हेल्थ प्लान पॉलिसी बाजार में बुकिंग बढ़कर 12.5% हो गई, जोकि पिछले साल यानी 2020 में महज 9% थी।